छतरपुर जिले के प्रकाश बम्होरी थाना क्षेत्र के मुंडहरा गांव में चल रहे एक क्रेशर की चपेट में आए मजदूर की मौत हो गई। क्रेशर में काम करने के दौरान मजदूर प्रांशु यादव पिता सुमित यादव (20) उसकी चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के दौरान उसकी अस्पताल में मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने मृतक का शव थाने के सामने रखकर क्रेशर संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में इस तरह की यह तीसरी घटना है। पहले भी इस तरह के मामलों को पैसों के लेन-देन के जरिए रफा-दफा कर दिया गया है। पुलिस भी मामले को दबा देती है।
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दरअसल, प्रकाश बम्होरी थाना क्षेत्र के मुड़ाहरा गांव में स्थित जय मां अम्बे क्रेशर में मुड़ाहरा निवासी प्रांशु यादव काम करता था। एलएनटी मशीन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। आरोप है कि मामले को दबाने के उद्देश्य से क्रेशर संचालक ने पुलिस को बिना बताए प्रांशु को उत्तर प्रदेश के महोबा इलाज के लिए भेज दिया। इसके बाद उसे झांसी और फिर ग्वालियर रेफर कर दिया गया। कई दिन तक हव जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करता रहा। लेकिन, 14 मार्च को उसकी मौत हो गई।
पुलिस पर केस दर्ज नहीं करने का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि प्रांशु एलएनटी मशीन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हुआ था, लेकिन क्रेशर संचालक मामले को दबाने में जुटा रहा। परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी मौत के बाद थाने में रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। जब वे रात को शव लेकर थाने पहुंचे, तब भी केस दर्ज नहीं किया गया। पुलिस ने परिजनों को घर जाने और शव का अंतिम संस्कार करने के लिए कहकर भगा दिया।
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घटना की जानकारी नहीं थी
थाना प्रभारी ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी। अब जानकारी मिली है, पीएम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, थाना प्रभारी के इस बयान से कई सवाल खड़ें हो रह हैं।

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