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Chhattisgarh ED Raid: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल पर ईडी ने शिकंजा कसा है. ईडी ने भूपेश बघेल और उनके बेटे के 10 से ज्यादा ठिकानों पर रेड की. अब चैतन्य से ईडी की टीम पूछताछ करेग…और पढ़ें
CG News: चैतन्य बघेल से होगी पूछताछ.
हाइलाइट्स
- छत्तीसगढ़ में ईडी की बड़ी कार्रवाई
- शराब घोटाले को लेकर हुआ बड़ा एक्शन
- चैतन्य बघेल पर भी ईडी ने कसा शिकंजा
रायपुर. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल पर ईडी ने शिकंजा कसा है. सोमवार को ईडी की टीम ने भूपेश बघेल और उनके बेटे के 10 से ज्यादा ठिकानों पर रेड की. बताया जा रहा है कि ये छापेमारी छत्तीसगढ़ शराब घोटाले को लेकर की गई है. मालूम हो कि इसी शराब घोटले को लेकर कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पहले से जेल में हैं. इस केस में कई अधिकारियों और शराब से जुड़े कारोबारियों को गिरफ्तारी भी हो चुकी है.
छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य का नाम भी सामने आया है. इससे पहले चैतन्य बघेल को भिलाई के प्रोप्रेसर से मारपीट के मामले में पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था. इसके बाद उनका फोन भी बरामद कर लिया गया था. अब भूपेश बघेल के घर हुई ईडी की कार्रवाई के बाद सियासी हड़कंप मच गया है.
कौन हैं चैतन्य बघेल?
चैतन्य बघेल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे हैं. उनको बिट्टू के नाम से भी जाना जाता है. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चैतन्य विक्टर पुरम नाम से अपार्टमेंट बनाते और बेचते हैं. ये काफी लग्जरी अपार्टमेंट्स होते हैं. चैतन्य बघेल रियल स्टेट बिजनेस से जुड़े हुए हैं. बताया जाता है कि वे करोड़ों की प्रॉपर्टी के मालिक हैं.
कैसे आया घोटाले में नाम?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी को शराब घोटाले से जूड़ी जांच के दौरान ऐसे सबूत मिले हैं जिनका रिलेशन सीधे तौर पर चैतन्य बघेल से बताया जा रहा है. अब इन्हीं सबूतों के आधार पर अधिकारियों ने रेड की है. ईडी की इस कार्रवाई में कई अधिकारी मौजूद थे.
क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला?
ईडी का दावा है कि छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 तक कथित तौर पर शराब का घोटाला किया गया. इस शराब सिंडिकेट ने राज्य के खजाने से करीब 2161 करोड़ रुपये का घोटाला किया था. ईडी ने 2023 में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें रायपुर के पूर्व मेयर एजाज ढेबर, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टूटेजा और छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरुणपति त्रिपाणी सहित कई लोगों के नाम शामिल थे. एजेंसी का दावा था कि इन लोगों ने ही घोटाले में अहम भूमिका निभाई है.
Raipur,Raipur,Chhattisgarh
March 11, 2025, 08:54 IST