Tricity Today | किसानों को नोएडा पुलिस ने रोका
Noida News : नोएडा में किसानों से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। किसानों को जगह-जगह पुलिस के द्वारा रोका जा रहा है। कई गांवों में किसानों का पहरा है। वहीं, दूसरी तरफ सेक्टर 24 में स्थित एनटीपीसी (NTPC) से प्रभावित किसान करीब 50 दिनों से धरना दे रहे हैं। महापंचायत में ऐलान के बाद एनटीपीसी के किसान महामाया फ्लाईओवर पर जाने से पहले पुलिस ने उन्हें रोक लिया है। इस आंदोलन का नेतृत्व भारी संख्या में महिलाएं कर रही हैं।
पुलिस पर लगाए आरोप
किसानों का आरोप है कि उन्हें महामाया फ्लाईओवर पर नहीं जाने दिया जा रहा है। पुलिस ने उनके ट्रैक्टर को रोक दिया है। किसानों का कहना है कि पुलिस उन्हें बस में बैठाकर हिरासत मिल लेना चाहती है। वहीं, कुछ जगह की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें पुलिस किसानों को रोकने का प्रयास कर रही है। जिसके बाद पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक भी हुई है।
गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने की किसानों को रोकने की तैयारी
किसानों के संसद मार्च को स्थगित करवाने के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरणों के अफसर किसान नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, अब तक कोई हल नहीं निकला है। दूसरी तरफ, गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने किसानों के संसद मार्च को लेकर कमर कस ली है। पुलिस कमिश्नरेट के फील्ड और हेडक्वार्टर पर तैनात अफसरों को कानून व्यवस्था संभालने के लिए ड्यूटी में लगा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस किसान नेताओं को उनके घरों में नजरबन्द करेगी। किसानों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रोका जाएगा। उसके बाद गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली की सीमाओं पर नाकाबंदी की जा रही है।
क्या है पूरा मामला
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने महापंचायत ने बताया कि किसान बढ़ा हुआ मुआवजा, स्थानीय लोगों को रोजगार, 10 प्रतिशत प्लॉट और आबादी की समस्या के पूर्ण निपटारे की मांग कर रहे हैं। दोनों जगहों पर अब तक कोई भी स्थानीय नेता किसानों की समस्याएं सुनने नहीं पहुंचा है। किसान जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी नाराज हैं। वे भी उनकी मांगों को ऊपर तक नहीं पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण को काफी समय दे दिया है। लेकिन, अब तक हमारी मांगों को लेकर सिर्फ कागजी खानापूर्ति ही की जा रही है। इसलिए अब आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस आंदोलन में भारी संख्या में महिलाएं भी हिस्सा ले रहीं हैं।