जांच में जुटी पुलिस।
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जैसलमेर के मोहनगढ़ नहरी इलाके में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक बैल को घायल करके नहर में फेंक दिया। नहर में डूबते बैल को देखकर वन्य जीव प्रेमियों और ग्रामीणों ने करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बैल का रेस्क्यू किया।
घायल बैल का पीछे का एक पैर तोड़ा हुआ था। उसको तार में बांधा भी हुआ था। बैल पर अमानवीय व्यवहार को देखकर वन्य जीव प्रेमियों ने असामाजिक तत्वों के खिलाफ मोहनगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया है। वन्य जीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई ने बताया कि बैल को रेस्क्यू कर उसका प्राथमिक इलाज करवाया गया और उसे इलाज के लिए नागौर स्थित एक गोशाला में भेजा गया है।
विश्नोई ने बताया कि बैल के साह बहुत ही अमानवीय व्यवहार किया हुआ था। उसके पैर तोड़े गए और उसको तार से बांधकर नहर में फेंक दिया गया, ताकि वो मर जाए। अब मोहनगढ़ पुलिस ऐसे लोगों की तलाश करेगी और उन पर सख्त कार्रवाई करेगी।
डेढ़ घंटे में घायल बैल को नहर से निकाला बाहर
राधेश्याम विश्नोई ने बताया कि नेहड़ाई नहरी इलाके के सागरमल गोपा 47 हेड पर ग्रामीणों ने एक बैल को नहर में डूबते देखा। ग्रामीणों ने सभी वन्य जीव प्रेमियों को मौके पर बुलाया और नहर में डूब रहे बैल को रेस्क्यू करने के प्रयास शुरू किए। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बैल को नहर से बाहर निकाला गया। विश्नोई ने बताया कि बैल बहुत ही घायल अवस्था में है। इसके पीछे का एक पैर टूटा हुआ है साथ ही उसके पैरों को तार से बांधा गया था। इससे ये साबित होता है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने उसे घायल कर उसे मारने के इरादे से नहर में फेंका होगा।
इलाज के लिए नागौर भेजा, मामला दर्ज
विश्नोई ने बताया कि हमने बैल को रेस्क्यू कर उसका प्राथमिक इलाज करवाया और उसे बेहतर इलाज के लिए नागौर स्थित एक गोशाला भेजा जहां उसका इलाज किया जाएगा। इसके साथ ही हमने मोहनगढ़ थाने में असामाजिक तत्वों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया है और मांग की है कि ऐसे लोगों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई हो।