Google Photo | प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी स्वप्निल कुमार (File Photo)
Noida News : नोएडा की एक निजी कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट और प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी स्वप्निल कुमार की एक दिल दहलाने वाली घटना में मौत हो गई। स्वप्निल कुमार स्टेडियम में अपने नियमित अभ्यास के दौरान पहले सेट में जीत चुके थे। जब वह दूसरे सेट में खेल रहे थे, अचानक वह आगे की ओर गिर गए और उनकी मौत हो गई। यह स्थिति स्वप्निल के पसंदीदा खेल के कोर्ट में उनके अंतिम क्षणों की कल्पना को भी पूरी तरह बदल दी।
कैलाश अस्पताल में मौत
स्वप्निल कुमार का बैडमिंटन के प्रति एक गहरा लगाव था। व्यस्त जीवन के बावजूद वह प्रतिदिन दो घंटे अपने खेल का अभ्यास करते थे। मंगलवार की रात अभ्यास के दौरान जब स्वप्निल जमीन पर गिरे तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं आया। तुरंत उन्हें सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की सभी कोशिशों के बावजूद विफलता का सामना किया।
जीते कई मेडल
स्वप्निल कुमार ने बैडमिंटन की दुनिया में एक लंबा और सम्मानजनक करियर बनाया था। वे युगल वर्ग में पांच वर्षों तक चैंपियन रहे और 2008 में अरविंद आनंद के साथ अपनी जोड़ी बनाई। उन्होंने गौतमबुद्ध नगर के पुरुष वर्ग युगल चैंपियन के रूप में पांच साल से ज्यादा समय बिताया। हालांकि, प्रदेश स्तर की प्रतियोगिताओं में उन्होंने ज्यादा हिस्सा नहीं लिया, लेकिन बाद में वेटरन वर्ग में 40 और 45 आयुवर्ग में प्रतिस्पर्धा की।
जीता था रजत पदक
उन्होंने पिछले साल प्रदेश वेटरन ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता था। उनके साथी और जिला चैंपियन अरविंद आनंद ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि स्वप्निल की मृत्यु इस तरह से होगी। वह पिछले साल 45 आयुवर्ग की प्रदेश चैंपियनशिप में अपनी रजत जीत को लेकर बहुत खुश थे और राष्ट्रीय स्तर पर भी अधिक प्रतियोगिताओं में भाग लेने की बात कर रहे थे। हम एक शानदार खिलाड़ी को खो चुके हैं। जिला बैडमिंटन संघ के महासचिव आनंद खरे ने कहा कि स्वप्निल एक मेहनती खिलाड़ी थे, जो अभ्यास को भी मुकाबले की तरह गंभीरता से लेते थे।
एसी की कमी और उमस का असर
सेक्टर-21ए स्थित इंडोर स्टेडियम का एसी मंगलवार को चालू नहीं था। उस दिन काफी उमस भी थी। हालांकि, स्वप्निल के अभ्यास के दौरान एग्जॉस्ट फैन चल रहे थे। पूरे स्टेडियम में एसी की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन यह केवल बड़े आयोजनों के दौरान ही चालू किया जाता है। बैडमिंटन कोर्ट के इंचार्ज कुलभूषण ने बताया कि एसी कभी-कभार ही चलाया जाता है, जबकि एग्जॉस्ट फैन हमेशा चालू रहता है।