(महिला के साथ मारपीट के फोटो-वीडियो हुए थे वायरल)
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क्या है मामला
दअरसल, यह पूरा मामले फतेहगढ़ के विष्णुपुरा गांव का है। यहां रहने फरीद खान के घर के पास सरकारी जमीन है, जिस पर 35 साल से उसके परिवार का कब्जा है। यहां उसने अपना सामान रखा है और मवेशी भी बांधता है। इसी गांव के रहने वाले दीपचंद लोधी का परिवार भी इस जमीन पर कब्जा करना चाहता है। पहले भी दोनों परिवारों में इस बात पर झगड़े हो चुके हैं। सोमवार सुबह दीपचंद ने जमीन पर रखे पत्थरों को हटाना शुरू किया, इसी दौरान दोनों परिवार आमने-सामने हो गए। रफीक खान के परिवार के किसी सदस्य ने दूसरे पक्ष की महिला के साथ जमीन पर पटककर बुरी तरह मारपीट की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और मामले ने तूल पकड़ लिया। मंगलवार को आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदू संगठनों के सदस्यों ने फतेहगढ़ थाने का घेराव किया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कि आरोपियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया जाए। पुलिस प्रशासन ने उनकी मांग को मानते हुए आरोपियों की अवैध रूप से बनाई गई दो दुकानों पर बुलडोजर चलाया। लेकिन, भीड़ की जिद थी कि उनके मकान भी तोड़े जाएं।
पत्थर और बोलतों से किया हमला
पुलिस टीम आरोपियों की दुकानों पर बुलडोजर चलाने के बाद वापस लौट रही थी, तब उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थर और बोतलों से हमला कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग कर आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। इस हमले के बाद पुलिस ने उपद्रवियों की सूची तैयार की, जिसमें 22 नामजद आरोपी और 300 अज्ञात लोगों के विरुद्ध बलवा समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई फतेहगढ़ थाने के एएसआई विजय सिंह परिहार की शिकायत पर की गई है। हमले में एसडीओपी विवेक अष्ठाना समेत पांच पुलिसकर्मी लगातार घायल हुए हैं।