Tricity Today | किसान खा रहें हैं भरपेट खाना
Noida News : आज नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। उससे पहले नोएडा एनटीपीसी परिसर के सामने किसानों के लिए महाभंडारे का आयोजन किया गया है। कुल मिलाकर किसानों के आंदोलन में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। इस भंडारे में सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष किसान भोजन खाने आ रहे हैं। भोजन खाने के बाद सभी दिल्ली में संसद की तरफ कूच करेंगे।
किसानों की हलचल को देख पुलिस परेशान
पिछले एक महीने से गौतमबुद्ध नगर क्षेत्र प्रभावित किसान सड़क पर धरना दे रहे हैं। महापंचायत में किसानों ने आज गुरुवार को दिल्ली जाने का ऐलान किया है। किसानों की हलचल को देखते हुए नोएडा पुलिस हाई अलर्ट पर है। जिले में धारा-144 लागू कर दी गई है। पुलिस ने नोएडा से दिल्ली जाने वाले सभी बॉर्डर को अलर्ट मोड पर रखा है। रात को ही बैरिकेडिंग लगा दी गई है। दिल्ली जाने वाली गाड़ी को रोक कर चेकिंग की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि किसान किसी भी बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं। बॉर्डर पर भारी फोर्स तैनात है।
गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने की किसानों को रोकने की तैयारी
किसानों के संसद मार्च को स्थगित करवाने के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरणों के अफसर किसान नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, अब तक कोई हल नहीं निकला है। दूसरी तरफ, गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने किसानों के संसद मार्च को लेकर कमर कस ली है। पुलिस कमिश्नरेट के फील्ड और हेडक्वार्टर पर तैनात अफसरों को कानून व्यवस्था संभालने के लिए ड्यूटी में लगा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस किसान नेताओं को उनके घरों में नजरबन्द करेगी। किसानों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रोका जाएगा। उसके बाद गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली की सीमाओं पर नाकाबंदी की जा रही है।
किसी ने रोका तो चिल्ला पर होगा धरना
किसान नेता सुखबीर खलीफा ने कहा कि जिले को चलाने वाले जनप्रतिनिधियों को भी कई बार अवगत करवाया गया। हर बार उन्होंने भी किसानों के मुद्दे को दरकिनार किया है। दिल्ली जाने के दौरान अगर किसी ने रोकने की कोशिश की तो गाजीपुर बॉर्डर की तरह चिल्ला बॉर्डर पर धरना शुरू कर दिया जाएगा। किसानों ने साफ कहा कि किसानों की मांग पूरी नहीं होगी तो प्राधिकरण के अधिकारियों का यहां क्या काम? ऐसे में प्राधिकरण को बंद रहना ही ठीक है। मांगें पूरी होने तक वह प्राधिकरण कार्यालय को बंद रखेंगे। उधर, लगातार तीन दिनों से प्राधिकरण दफ्तर में अधिकारियों को प्रवेश नहीं करने देने से कामकाज प्रभावित हो रहा है।
क्या है पूरा मामला
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने महापंचायत ने बताया कि किसान बढ़ा हुआ मुआवजा, स्थानीय लोगों को रोजगार, 10 प्रतिशत प्लॉट और आबादी की समस्या के पूर्ण निपटारे की मांग कर रहे हैं। दोनों जगहों पर अब तक कोई भी स्थानीय नेता किसानों की समस्याएं सुनने नहीं पहुंचा है। किसान जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी नाराज हैं। वे भी उनकी मांगों को ऊपर तक नहीं पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण को काफी समय दे दिया है। लेकिन, अब तक हमारी मांगों को लेकर सिर्फ कागजी खानापूर्ति ही की जा रही है। इसलिए अब आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस आंदोलन में भारी संख्या में महिलाएं भी हिस्सा ले रहीं हैं।