अनूप पासवान/कोरबाः- इंसान को जीवन में बहुत सारी चीज़ों का शौक होता है. इसलिए कहते भी हैं कि शौक बड़ी चीज है. इसको हर कोई नहीं पाल सकता और जो इसको पाल लेता है, उससे फिर छूटता नहीं है. इसी शौक के कारण कई बार लोग बाकि सब से अलग दिखने लगते हैं और कई बार इसी से वो पॉपुलर भी हो जाते है. अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोग डाक टिकट का कलेक्शन रखते हैं, तो वहीं किसी को पुराने सिक्के जमा करने की आदत होती है. इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के एक युवक ने कबूतर पालने का शौक पाल लिया और अब उसके पास ऐसे कबूतर हैं, जिनकी कीमत 10000 रुपए से अधिक है.
बबलू ने पाले हैं इतने तरह के कबूतर
हम कोरबा के सुभाष ब्लॉक में रहने वाले बबलू कुमार मारवा की बात कर रहे है, जो कबूतरों के बड़े शौकीन हैं. बबलू के पास कई विदेशी कबूतरों की नस्ल मौजूद हैं. इनमें जर्मन ब्रीड ब्यूटी वूमर से लेकर फेंटल और मसकली कबूतर के नस्ल शामिल हैं. बचपन से ही परिंदों में खास लगाव रखने वाले बबलू ने पहले मुर्गी पाला और फिर देशी कबतूरों को पालना शुरू किया. कबूतरों का शौक धीरे-धीरे बढ़ता गया. अब देशी कबूतरों के साथ-साथ बबलू ने विदेशी ब्रीड के कबूतरों का कलेक्शन करना शुरू कर दिया है. वर्तमान समय मे बबलू के पास लगभग 7 विदेशी नस्ल के कबूतर हैं. उनके पास वीवुड फेंटल, अमेरिकन फेंटल, ग्राउंड रोलर, स्काई रोलर, जर्मन की ब्यूटी ह्यूमर, ऑस्ट्रेलिया परपन कबूतर हैं, जिनकी अलग-अलग खासियत है.
विदेशी नश्ल के कबूतरों की अलग-अलग खासियत
बबलू के पास बुखारा ब्रीड का एक कबूतर है, जिसके सिर पर चोटी जैसे बाल होते हैं. वहीं बात करें रेसिंग वूमर नस्ल के कबूतर की, तो यह कबूतर 500 किलोमीटर की दूरी तय कर अपनी जगह पर पहुंच जाता है. इस ब्रीड के कबूतर का दिमाग काफी तेज माना जाता है. वहीं हैवीवुड फेंटल के पंजे के बाल बड़े होते हैं. जर्मन के ब्यूटी ह्यूमर के चोंच बत्तख के जैसे होते हैं. कबूतरों के कलेक्शन में बबलू के पास सबसे महंगा बिकने वाला अमेरिकन फेंटल है, जिसकी कीमत 10 हजार रुपए है. बबलू का कहना है कि कबूतरों को पालने का शौक महंगा है.लेकिन कबूतर का शौक रोजगार का भी साधन बनाया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : February 6, 2024, 17:19 IST