Tricity Today | उन्नी भास्कर
Noida/New Delhi : जेवर में बन रहे दक्षिण एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक एयर ट्रैफिक कंट्रोल केबिन और टावर्स बनाया जाएगा। इस परियोजना के जरिये यूएनओ टेक्नोलॉजी ने भारत में अपनी पहली परियोजना की शुरुआत की है। हाई विज़न एयर ट्रैफिक कंट्रोल केबिन और टावर्स बनाने में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी इस परियोजना में अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के जरिए एडवांस्ड एटीसी की दिशा में बड़ा बदलाव करेगी। इस तकनीक से खराब मौसम में भी प्लेन के टेकआफ और लैंडिंग में कोई बाधा नहीं आएगी। इस कंपनी की अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) केबिन निर्माण की सफलता में अहम योगदान है।
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए एक विशेषज्ञ कॉन्ट्रैक्टर के रूप में यूएनओ टेक्नोलॉजी नए एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर के लिए एक महत्वपूर्ण हाई विजन एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम बना रही है। कंपनी विजुअल कंट्रोल रूम (वीसीआर) में ग्लेज़िंग के लिए मुलिएन्स के बिना अपनी तरह की पहली अभिनव फ्रेमिंग प्रणाली लागू कर रही है। यूएनओ टेक्नोलॉजी द्वारा बनाया गया उत्कृष्ट एटीसी केबिन, हवाई यातायात नियंत्रकों के लिए बाधा-मुक्त विजन की सुविधा देता है। हवाई अड्डों की परिचालन दक्षता और सुरक्षा को बढ़ाने वाली ये आधुनिक सुविधाएं भारत में हवाई यातायात नियंत्रण के बुनियादी ढांचे के लिए एक नया मानक स्थापित कर रही है।
यह परियोजना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि
यूएनओ टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर उन्नी भास्कर ने परियोजना के बाबत कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ भारत में हमारी पहली परियोजना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम न केवल नई-नई टेक्नोलॉजीज लेकर आते हैं, बल्कि देश में एयर ट्रैफिक कंट्रोल करने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाकर गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। हमारा ध्येय यही है ‘100% भारत में निर्मित, विश्व के लिए निर्मित।’ हमें वैश्विक स्तर पर भारतीय विमानन उद्योग के विकास में योगदान देने पर बहुत गर्व है। यह परियोजना विमानन में सुरक्षित और अधिक कुशल भविष्य के हमारे नजरिये की दिशा में एक अगला कदम है।
दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट
बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का स्वामित्व ज्यूरिख एयरपोर्ट्स ग्रुप के पास है। इसका निष्पादन टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह विमानन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक सहयोग की मिसाल है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरे होने पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा और भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा।