रायपुर. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है. प्रदेश के अधिकांश जिलों में 1 फरवरी को कुहासा के साथ बादल छाए रहने की संभावना है. रायपुर संभाग के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है. मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि एक द्रोणिका बांग्लादेश से उत्तरी उड़ीसा तक 9 किलोमीटर की ऊंचाई पर विस्तारित है. इसके चलते ही प्रदेश के कुछ स्थानों में बारिश हो सकती है. प्रदेश का अधिकतम तापमान में 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है. प्रदेश के तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. प्रदेश में दक्षिण से लगातार हवा आ रही है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से मौसम में परिवर्तन दिखाई देगा.
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में अंबिकापुर सबसे ठंडा रहा. यहां का न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग ने कहा कि रायपुर, बलौदा – बाजार, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद में बूंदाबांदी हो सकती है. प्रदेश में मौसम उतार-चढ़ाव वाला बना रहेगा. एक वक्त था जब वेस्टर्न डिस्टरबेंस( पश्चिम विक्षोभ) 4 से 5 बार आता था, लेकिन अब यह 8 से 9 बार आ रहा है. इस वजह से मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है.
फसलों पर मौसम का बड़ा असर
मौसम विभाग ने कहा कि 31 जनवरी को भी सुबह से शाम तक राजधानी रायपुर और अन्य जिलों का मौसम शुष्क ही रहा. हालांकि, कई जगह आंशिक बादल छाए रहे. प्रदेश में न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हो गई है. इस वजह से कुछ दिनों से गर्मी का अहसास हो रहा है. ठंड केवल सुबह और रात को महसूस की जा रही है. ग्रामीण इलाकों और शहर के आउटर में गर्म कपड़े पहनने की जरूरत पड़ रही है. मौसम विभाग ने रायपुर का न्यूनतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. यह सामान्य से दो डिग्री ज्यादा बताया जा रहा है. इस मौसम का असर दलहन, तिलहन की फसलों के साथ-साथ सब्जी की फसलों पर भी पड़ रहा है. एक ओर कीट प्रकोप का खतरा तो है, तो वहीं दूसरी ओर फसलों के उत्पादन पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है. ठंड कम होने की वजह से प्रदेश में गेहूं के उत्पादन पर बड़ा असर हो सकता है.
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FIRST PUBLISHED : February 1, 2024, 08:50 IST