नई दिल्ली. अगर आप घर, मकान या दुकान बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो यह खबर आपके मतलब की है. मोदी सरकार का अंतरिम बजट 2024-25 (Interim Budget 2024-25) पेश हो चुका है. ऐसे में कुछ दुकानदार बजट के बाद नया रेट कार्ड (Rate Card) दिखा कर आपसे मनमाने तरीके से पैसे ऐंठ सकते हैं. अगर आप घर बनाने के काम में आने वाले सामान खरीदने जा रहे हैं तो होशियार रहिएगा. क्योंकि, केंद्र सरकार के इस अंतरिम में बजट में किसी भी सामान या उससे संबंधित वस्तुओं का रेट नहीं बढ़ा है. घर बनाने के काम में आने वाले किसी भी सामान जैसे ईंट, गिट्टी, बालू, सीमेंट, सरिया यहां तक की मार्बल का रेट नहीं बढ़ा है.
बाजार में दुकानदार आपसे पुराने रेट में ही सामान देने के बारे में कहता है और कहता है कि आज खरीद लें नहीं तो कल या परसों से दाम बढ़ जाएगा. आप भी दुकानदार के बहकाबे में आकर सामान खरीद लेते हैं. लेकिन, जब दूसरे दुकान पर पहुंचते या कोई परिचित पूछता है कि कितने में खरीदे तब आपको लगता है कि दुकानदार ने ज्यादा रेट वसूल लिया. ऐसे में आपकी जानकारी में बता दें मोदी सरकार के इस अंतरिम बजट में मकान, दुकान या किसी भी तरह के सामान के रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
केंद्र सरकार ने न टैक्स बढ़ाया है और न ही जीसीटी की दरों को बढ़ाया है. (सांकेतिक तस्वीर)
घर बनाने का बजट बढ़ेगा या घटेगा!
केंद्र सरकार ने न टैक्स बढ़ाया है और न ही जीसीटी की दरों को बढ़ाया है. ऐसे में अगर दुकानदार नए रेट से सामान बेच रहा है तो आप सतर्क और चौकन्ना रहें. करीब छह महीने से भवन निर्माण के काम में आने वाले सामग्रियों के दाम स्थिर हैं. हालांकि, साल 2022 के तुलना में साल 2023 में यूपी, बिहार, राजस्थान, पंजाब, झारखंड और एमपी जैसे राज्यों में घर बनाना महंगा हुआ है. इस समय घर बनाने के लिए काम में आने वाले सरिया की कीमत 75 रुपये के आसपास है. 8 एमएम सरिया 350 रुपये प्रति पीस या 80 रुपये किलो, 10एमएम सरिया की कीमत 540 रुपये प्रति पीस या 80 रुपये किलो, 12 एमएम सरिया 770 रुपये या 75 रुपये किलो, इसी तरह 16 एमएम का एक छड़ 1400 रुपये या 75 रुपये प्रति किलो मिलेगा.
दुकानदारों से रहना होगा सतर्क
इसी तरह बालू 30 रुपये से बढ़कर 50 रुपये प्रतिघन फीट हो गई है. बिहार में बालू का 5000-5500 सीएफटी बिक रहा है. हर जिले में रेट अलग-अलग तय हैं. जैसे- बेगूसराय में 4000-5000 रुपया, वैशाली में 4000-5500 रुपये, मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर में अमूमन यही रेट चल रहा है. हालांकि, साल 2023 में सीमेंट और बालू के दाम में 20 रुपये प्रति बोरा की गिरावट आई है. वहीं, ईंट भट्टा एसोसिएशन की मानें तो अलग-अलग राज्यों में प्रति हजार ईंट के दाम 8000 से 12000 रुपये तक बना हुआ है. ईंट की क्वालिटी के हिसाब से भी चिमनी मालिक लोगों से दाम वसूल रहे हैं.
इस अंतरिम बजट में केंद्र सरकार ने हर वर्ग के लोगों को राहत दी.
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कुलमिलाकर, इस अंतरिम बजट में केंद्र सरकार ने हर वर्ग के लोगों को राहत दी. लेकिन, रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए कोई बड़ा ऐलान नहीं हुआ है. दिल्ली-एनसीआर सहित देश के हिस्सों में रियल एस्टेट के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर विशेष जोड़ दिया जा रहा है. हालांकि, रियल एस्टेट सेक्टर की गति बनी रहेगी. मोदी सरकार ने बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान रहेगा. देश के टियर- 2 और टियर- 3 शहरों में रियल एस्टेट का विकास होगा.
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Tags: Budget, House, Infrastructure Projects, Modi government
FIRST PUBLISHED : February 1, 2024, 21:22 IST