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राजनांदगांव के डोंगरगढ़ स्थित सुदर्शन पहाड़ी पर तेंदुए के दिखाई देने से हड़कंप मच गया. वायरल वीडियो के बाद वन विभाग ने पिंजरे लगाए, मुनादी कराई और लोगों को सतर्क किया है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
पहाड़ पर तेंदुआ
हाइलाइट्स
- डोंगरगढ़ में तेंदुए की दस्तक से हड़कंप मचा.
- वन विभाग ने पिंजरे लगाए, मुनादी कराई.
- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, लोगों को सतर्क किया गया.
राजनांदगांव- राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित प्रसिद्ध सुदर्शन पहाड़ी पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब स्थानीय लोगों ने तेंदुए को खुलेआम ढलानों पर घूमते देखा. इस घटना का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो गया, जिससे क्षेत्र में डर का माहौल बन गया है.
वायरल वीडियो के बाद वन विभाग सक्रिय
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग सतर्क हो गया है. विभाग की टीम ने तत्काल क्षेत्र में पिंजरे लगाए हैं और तेंदुए को पकड़ने के लिए विशेष रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. साथ ही, स्थानीय लोगों को सतर्क करने के लिए मुनादी भी करवाई जा रही है.
कभी घना वन क्षेत्र था सुदर्शन पहाड़ी
सुदर्शन पहाड़ी को कभी घना वन क्षेत्र माना जाता था, जहां जैव विविधता और शांत वातावरण के कारण वन्य जीव स्वाभाविक रूप से विचरण करते थे. हालांकि, अब इस क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास के कारण जंगल सिमट गए हैं और इंसानी गतिविधियां बढ़ गई हैं.
यह नया तेंदुआ नहीं
वन्यजीव विशेषज्ञों और स्थानीय वन्यप्रेमियों के अनुसार, यह तेंदुआ नया नहीं है. वर्षों से इस क्षेत्र में इसकी मौजूदगी दर्ज की जाती रही है. फर्क केवल इतना है कि अब इंसानों की उपस्थिति इस क्षेत्र में ज्यादा हो गई है, जिससे मुठभेड़ की आशंका बढ़ गई है.
तेंदुए की सुरक्षा और मानव जीवन की रक्षा दोनों जरूरी
प्रकृति शोध एवं संरक्षण सोसाइटी के सचिव रवि पांडेय और फ़ील्ड आर्निथोलॉजिस्ट प्रतीक ठाकुर का कहना है कि यह क्षेत्र वन्य प्राणियों का प्राकृतिक कॉरिडोर रहा है. ऐसे में तेंदुए का आना स्वाभाविक है. इसलिए जरूरी है कि इस क्षेत्र में मानव बस्तियों के साथ-साथ वन्य प्राणियों की सुरक्षा के भी उचित इंतजाम किए जाएं.
पहाड़ी क्षेत्र में न जाएं
वन विभाग ने फिलहाल लोगों से सुदर्शन पहाड़ी क्षेत्र में न जाने की अपील की है. तेंदुए को पकड़ने के प्रयास लगातार जारी हैं और विभाग अलर्ट मोड पर है. यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि प्राकृतिक क्षेत्रों में संतुलन बनाए रखना कितना आवश्यक है.