Wednesday, April 9, 2025
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मिस्र देश में गूंजी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक ध्वनि, पंथी नृत्य दल ने रचा इतिहास, नील नदी में फहरा तिरंगा

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छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर प्रतिष्ठा दिलाने वाले छत्तीसगढ़ पी.डी. पंथी परिवार ने इस बार 12वें अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व कर राज्य का मान बढ़ाया.

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मिस्र में पंथी नृत्य करते हुए

हाइलाइट्स

  • छत्तीसगढ़ पंथी दल ने मिस्र में इतिहास रचा.
  • नील नदी में भारत का तिरंगा फहराया गया.
  • पंथी दल को सात देशों से आमंत्रण मिला.

जांजगीर चांपा:- छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर प्रतिष्ठा दिलाने वाले छत्तीसगढ़ पी.डी. पंथी परिवार ने इस बार 12वें अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व कर राज्य का मान बढ़ाया है. मिस्र की ऐतिहासिक भूमि पर जब छत्तीसगढ़ के लोकनृत्यों की अनुगूंज बिखरी, तो पूरा माहौल मंत्रमुग्ध हो उठा.

छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर प्रतिष्ठा दिलाने वाले छत्तीसगढ़ पी.डी. पंथी परिवार ने इस बार 12वें अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व कर राज्य का मान बढ़ाया. मिस्र देश की ऐतिहासिक धरती पर, जहां कभी प्राचीन सभ्यताओं का विकास हुआ, वहीं आज छत्तीसगढ़ के पंथी नृत्य, कर्मा नृत्य और बस्तर के आदिवासी नृत्य की जीवंत प्रस्तुतियों ने वहां उपस्थित दर्शकों को भावविभोर कर दिया

नील नदी में फहराया गया भारत का तिरंगा झंडा
इस सांस्कृतिक यात्रा का सबसे गौरवशाली क्षण वह था, जब विश्व की सबसे बड़ी और सुंदर नील नदी में भारत का तिरंगा झंडा फहराया गया. यह ऐतिहासिक क्षण केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय था. इस यात्रा में एक और उपलब्धि जुड़ी जब पंथी दल ने दुनिया के पहले अजूबे गीज़ा के ग्रेट पिरामिड के सामने छत्तीसगढ़ के पंथी नृत्य की प्रस्तुत देकर इतिहास रच दिया. हजारों वर्षों से खड़े इन महान पिरामिडों की पृष्ठभूमि में जब छत्तीसगढ़ का परंपरागत पंथी नृत्य प्रस्तुत हुआ, तो मानो यह संस्कृति का एक अद्भुत संगम बन गया.

यह पंथी दल भारत के 17 राज्यों में अपनी प्रस्तुतियां दे चुका है और तीन बार राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने की उपलब्धि हासिल कर चुका है. इस दल ने साल 2023 के गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्यपथ, नई दिल्ली पर छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर अपनी पहचान को और मजबूत किया था. वहीं पंथी नृत्य दल को अब तक इटली, चीन, थाईलैंड, किर्गिस्तान, बैंकॉक और मिस्र सहित सात देशों से आमंत्रण मिल चुका है.

सात देशों से मिला आमंत्रण
छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर प्रतिष्ठा दिलाने वाले छत्तीसगढ़ पी.डी. पंथी परिवार का प्रतिनिधत्व कर रहे छत्तीसगढ़ के पुनदास जोशी ने लोकल 18 को बताया कि छत्तीसगढ़ का पी.डी. पंथी परिवार राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित कर रहा है.

अब तक इस दल को इटली, चीन, थाईलैंड, किर्गिस्तान, बैंकॉक और मिश्र देश सहित सात देशों से आमंत्रण मिल चुका है. तीन बार राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाले पंथी दल ने 2023 के गणतंत्र दिवस परेड में भी छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया था. इस बार मिस्र में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव में भाग लेकर भारत का परचम ऊंचा किया है.

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मिस्र देश में गूंजी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक ध्वनि, पंथी नृत्य दल ने रचा इतिहास

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