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SSC CGL 2024 Topper: अंबिकापुर के शुभम अग्रवाल ने SSC CGL में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. शुभम ने पहली बार में ही यह सफलता हासिल की. परिवार में खुशी का माहौल है और शुभम अब विदेश मंत्रालय जॉइन करेंगे.
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हाइलाइट्स
- शुभम अग्रवाल ने SSC CGL में प्रथम स्थान प्राप्त किया.
- शुभम अब विदेश मंत्रालय जॉइन करेंगे.
- शुभम ने पहली बार में ही यह सफलता हासिल की.
अंबिकापुर. हाल ही में कुछ दिन पूर्व एसएससी का परिणाम घोषित हुआ, जिसमें अंबिकापुर के कुंडला सिटी के निवासी शुभम अग्रवाल ने भारत में SSC CGL में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. शुभम के पिता मुकेश अग्रवाल व्यवसायी हैं और शुभम खुद कुंडला सिटी में ट्यूशन क्लास चलाते हैं. रिजल्ट आते ही परिवार में खुशी का माहौल है.
इस बार SSC CGL की परीक्षा 19 लाख लोगों ने 18000 पदों के लिए दी थी. प्रथम स्थान आने पर देश के विभिन्न संस्थानों के अधिकारी शुभम के घर बधाई देने और इंटरव्यू लेने पहुंच रहे हैं. शुभम की प्रारंभिक शिक्षा भैयाथान के नेहरू बाल विद्या मंदिर से हुई. इसके बाद सूरजपुर के ग्लोबल पब्लिक स्कूल से कक्षा 9 और 10 की पढ़ाई की. कक्षा 11 और 12 की शिक्षा फिर से भैयाथान के सरकारी स्कूल से पूरी की.
शुभम ने स्नातक की शिक्षा एनआईटी रायपुर से पूरी की. यह शुभम का SSC CGL में पहला प्रयास था. इससे पहले शुभम ने UPSC का पेपर दिया था, जिसमें उन्होंने 3 बार प्रारंभिक परीक्षा पास की. शुभम अब विदेश मंत्रालय जॉइन करेंगे.
यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ से कोई प्रथम स्थान पर आया हो. कई सालों के कठिन परिश्रम के पश्चात यह मुकाम पाने पर परिवार के सदस्यों ने पटाखे फोड़कर खुशियां मनाई. शुभम ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, भाई, धर्मपत्नी और अपने गुरुजनों को दिया है.
वहीं, लोकल 18 से बातचीत के दौरान शुभम ने बताया कि उन्होंने सिविल सर्विस UPSC के कई एग्जाम दिए लेकिन खास सफलता नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने SSC CGL के एग्जाम में पूरे भारत में प्रथम स्थान प्राप्त किया. इसके लिए उन्होंने लगातार छह से सात घंटे पढ़ाई की और साथ ही कोचिंग क्लास भी चलाईं. इस सफलता को पाने के लिए उनका सफर आसान नहीं था. पहली बार SSC CGL की परीक्षा देते हुए उन्होंने दो टियर्स में एग्जाम पास कर पूरे भारत में प्रथम स्थान हासिल किया और छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया.
शुभम के पिता ने लोकल 18 से कहा कि उनके बेटे ने शुरू से ही पढ़ाई में मन लगाया और लगातार परिश्रम करता रहा. परिवार का पूरा समर्थन भी था, जिसका नतीजा है कि शुभम ने पूरे भारत में टॉप किया. इससे शुभम के परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है.