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Surguja Politics: मंजूषा भगत अंबिकापुर की पहली महिला महापौर बनीं. भाजपा की कार्यकर्ता मंजूषा ने 2025 में कांग्रेस के अजय तिर्की को हराया. उनकी प्राथमिकताएं पानी की समस्या हल करना और स्वच्छता में नंबर वन बनाना ह…और पढ़ें
पहली महिला महापौर
हाइलाइट्स
- मंजूषा भगत बनीं अंबिकापुर की पहली महिला महापौर
- मंजूषा ने 2025 में कांग्रेस के अजय तिर्की को हराया
- पानी की समस्या हल करना और स्वच्छता में नंबर वन बनाना उनकी पहली प्राथमिकताएं
अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर नगर निगम में पहली बार महिला महापौर चुनी गई हैं. मंजूषा भगत का राजनीतिक सफर संघर्ष और मेहनत से भरा रहा है. आइए जानते हैं उनके महापौर बनने तक के सफर के बारे में. लोकल 18 की टीम ने मंजूषा भगत से खास बातचीत की.
अंबिकापुर नगर निगम के चुनाव से राजनीतिक सफर की शुरुआत
मंजूषा भगत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कार्यकर्ता हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2004 में अंबिकापुर नगर निगम के चुनाव से की, जिसमें वे निर्विरोध जीतकर आईं. 2009 में फिर से पार्षद बनीं. 2014 में भाजपा ने उन्हें महापौर का टिकट दिया, लेकिन वे कांग्रेस के अजय तिर्की से कुछ वोटों से हार गईं. 2019 में वे फिर से पार्षद बनीं. भाजपा के विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया. वे जिला महिला मोर्चा सरगुजा की अध्यक्ष और वर्तमान में उपाध्यक्ष हैं. कोरिया सुरजपुर में प्रभारी भी रह चुकी हैं.
नगर निगम की पहली महिला महापौर
मंजूषा भगत के राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन वे डटी रहीं. 2025 में भाजपा ने उन्हें फिर से मौका दिया और उन्होंने कांग्रेस के अजय तिर्की को 1100 से अधिक वोटों से हराया. 32 वार्डों में भाजपा के पार्षद जीते और नगर निगम में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. यह पहली बार हुआ कि नगर निगम में कोई महिला महापौर बनी. मंजूषा भगत ने स्पष्ट किया कि यह जीत महिलाओं के समर्थन और सहयोग से मिली है.
नगर निगम में विकास की प्राथमिकताएं:
1. गर्मी के दिनों में नमनाकला और पटपरिया वार्ड में पानी की समस्या को दूर करना. मंजूषा भगत ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस समस्या का समाधान करें, चाहे टैंकर क्यों न खरीदना पड़े.
2. स्वच्छता के क्षेत्र में अंबिकापुर नगर निगम को नंबर वन पर लाना। स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में 27वें नंबर से नंबर वन पर लाना उनकी प्राथमिकता है. वाल पेंटिंग, सड़क मरम्मत और डामरीकरण का काम हो रहा है और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.
मंजूषा भगत का कहना है, ‘मैं एक छोटी कार्यकर्ता हूं. जिस दिन शहरवासियों की अपेक्षाओं पर खड़ा उतरकर विकास कार्य करूंगी, उस दिन अपने आप को पहली महिला महापौर समझूंगी’