Monday, April 21, 2025
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संजीवनी बूटी से कम नहीं जंगल में उगने वाली इस पेड़ की छाल! हृदय रोग के लिए वरदान, इन बीमारियों में भी असरदार

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इस पेड़ की छाल में ट्राइटरपेनॉइड नामक रसायन पाया जाता है, जो हृदय संबंधी समस्याओं को कम करने में सहायक होता है. यह रसायन हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और उन्हें सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है.

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अर्जुन की छाल

हाइलाइट्स

  • अर्जुन की छाल हृदय रोग में लाभकारी है.
  • अर्जुन की छाल एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है.
  • अर्जुन की छाल कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर नियंत्रित करती है.

कोरबा:- छत्तीसगढ़ अपने घने जंगलों और प्राकृतिक संपदा के लिए जाना जाता है. इन जंगलों में एक ऐसा पेड़ पाया जाता है, जो अनेक औषधीय गुणों से भरपूर है. इसे अर्जुन का पेड़ नाम से जानते हैं. आयुर्वेद में अर्जुन के पेड़ की छाल को हृदय रोगों के लिए वरदान माना गया है. साथ ही यह कई अन्य बीमारियों को भी दूर करने में मददगार है.

आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. नागेंद्र शर्मा के अनुसार, अर्जुन की छाल में ट्राइटरपेनॉइड नामक रसायन पाया जाता है, जो हृदय संबंधी समस्याओं को कम करने में सहायक होता है. यह रसायन हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और उन्हें सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है.

अर्जुन के छाल के अद्भुत फायदे
हृदय रोग में लाभकारी: अर्जुन की छाल हृदय रोगियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है. यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, ब्लड वेसेल्स को फैलाता है और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है.

एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर: अर्जुन की छाल में टैनिन और ग्लाइकोसाइड जैसे घटक पाए जाते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट दिल की मांसपेशियों और ब्लड वेसेल्स को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं.

कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को करता नियंत्रित: अर्जुन की छाल बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करती है. साथ ही अर्जुन की छाल में मौजूद गुण ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी सहायक होते हैं.

कैसे करें अर्जुन की छाल का उपयोग
अर्जुन की छाल का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है. सबसे पहले अर्जुन की छाल को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है. अर्जुन की छाल को पीसकर चूर्ण बनाया जा सकता है और इसे पानी या शहद के साथ लिया जा सकता है. इसके छाल का कैप्सूल भी बाजार में उपलब्ध है. अर्जुन की छाल का उपयोग करने से पहले आयुर्वेद चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है, खासकर यदि आप पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित हैं या कोई दवा ले रहे हैं.

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हृदय रोग के लिए वरदान है इस पेड़ का छाल! कई बीमारियों का जड़ से करता सफाया

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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