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Aman Sahu News: गैंगस्टर अमन साहू एनकाउंटर के बाद वकील दीपांकर बनर्जी ने बताया कि वह इस मामले को लेकर कोर्ट में वाद दायर करने की योजना बना रहे हैं. उनका कहना था कि इस मामले में अमन साहू के मानवाधिकारों का उल्लं…और पढ़ें
वकील दीपांकर बनर्जी ने इस पूरे घटनाक्रम को मानवाधिकार हनन का मामला बताया.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. अमन साहू के वकील वकील दीपांकर बनर्जी ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमने पहले ही अमन साहू की जान को खतरा बता दिया था. इसको लेकर बाकायदा कोर्ट में एप्लीकेशन दायर की गई थी, हालांकि इसे खारिज कर दिया था. अब साहू ने अमन के मारे जाने को लेकर अदालत का रुख करने का फैसला लिया है, जिससे पुलिस की परेशानियां बढ़ सकती हैं.
दीपांकर बनर्जी, जो अमन साहू की तरफ से बचाव पक्ष के वकील हैं, ने कहा कि 14 अक्टूबर को अमन साहू को 70 आर्म्ड फोर्स के साथ रायपुर लाया गया था. उनके अनुसार, अमन साहू को ले जाने के वक्त 12 हथियारबंद जवान साथ थे. उनका कहना है कि वह पहले ही अमन की सुरक्षा और जान को लेकर खतरा जता चुके थे. उन्होंने अमन साव की शिफ्टिंग के वक्त की वीडियोग्राफी करने की मांग की थी.
दीपांकर बनर्जी ने यह भी कहा कि इससे पहले रांची में भी अमन साहू के वाहन पर हमला हो चुका था, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंता और भी बढ़ गई थी. उनके अनुसार, यह एक गंभीर मामला था और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए था. वकील ने इसे मानवाधिकार हनन का मामला बताया और कहा कि वह इस मामले में कोर्ट में वाद दायर करेंगे.
हालांकि, इस मामले में रायपुर की कोर्ट ने बचाव पक्ष के वकील की वीडियोग्राफी की मांग को अस्वीकार कर दिया था. कोर्ट ने यह निर्णय लिया था कि शिफ्टिंग के दौरान वीडियोग्राफी की कोई जरूरत नहीं.
वकील दीपांकर बनर्जी ने इस पूरे घटनाक्रम को मानवाधिकार हनन का मामला बताते हुए कहा कि अमन साहू की सुरक्षा को लेकर उचित कदम नहीं उठाए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि अमन साहू के साथ लगातार जान का खतरा बना हुआ था.
Raipur,Raipur,Chhattisgarh
March 12, 2025, 11:08 IST