Last Updated:
Agriculture Tips: रबी सीजन की फसलों से अगर आपके खेत खाली हो गए तो गर्मी के लिए उड़द की बुवाई कर सकते हैं. इसकी 5 वैरायटी इन दिनों डिमांड में है जो कम समय में तैयार हो जाती है. जिससे किसानों को तीसरी फसल मिल जाती…और पढ़ें
उड़द की फसल
Agriculture Tips: रबी फसलों का समय जा रहा है. कई किसानों के खेत खाली होने लगे हैं. ऐसे किसान मार्च में उड़द की बुवाई कर सकते हैं. इससे गर्मी में खेत खाली नहीं रहेंगे और किसानों को आमदनी के लिए तीसरी फसल मिल जाएगी. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, उड़द की बुवाई जितनी जल्दी कर देंगे, उतना ही ठीक रहेगा. इसमें लागत भी ज्यादा नहीं आती है. केवल 25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से बुवाई होती है. उत्पादन 12-15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मिलता है.
लेकिन, बुवाई करते समय इसका बीज उपचार करना जरूरी है, ताकि फफूंद नाशक रोग न लगे. डॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि उड़द बीज की बुवाई से पहले फफूंद नाशक दवा से उपचार करें. इसके ईमिडा क्लोपिड 48% या थायमाथोग्जिम 70% इनमें से किसी एक कीटनाशक से उपचार करें तो प्रारंभिक अवस्था में जो सफेद मक्खी नामक कीट का प्रकोप नहीं होगा. कुछ अच्छी वैरायटी का उपयोग करेंगे तो किसानों को उत्पादन भी बढ़िया मिलेगा.
- उड़द की अच्छी वैरायटी
1. जायद सीजन के हिसाब से इंदिरा उड़द प्रथम एक बहुत अच्छी किस्म है. क्योंकि यह 70 से 75 दिन में फसल को तैयार कर देती है. इससे उत्पादन 12-13 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक होता है. - 2. इसी तरह उड़द की एक और वैरायटी (केयू 96-3) हैं, वैज्ञानिकों द्वारा इसी 73 दिन की फसल बताया जाता है और इसका उत्पादन 8 से 10 क्विंटल के बीच आता है.
- 3. शेखर 3 (केयू 309) उड़द की अच्छी वैरायटी है जो 66 से 84 दिन में पककर तैयार हो जाती है और इसे 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन मिलता है.
- 4. प्रताप उड़ई-1 किस्म, करीब ढाई महीने में यह फसल पककर तैयार हो जाती है और इसमें 10 क्विंटल से अधिक का उत्पादन भी मिल जाता है.
- 5. IPU 02-43 उड़द की यह वैरायटी प्रति हेक्टेयर 11 क्विंटल तक का उपज किसान को दे देती है, लेकिन इसकी अवधि ढाई महीने की है.
ये वैरायटी भी बढ़िया
इसके अलावा, आईपीयू 94-1 किस्म, अवधि 80 से 85 दिन उपज 12 क्विंटल है. बीएम-4 थोड़ा देखिए यह वैरायटी मात्र 65 दिन में आ जाती है. यह 12 क्विंटल की अच्छी उपज देती है.
Rajnandgaon,Chhattisgarh
March 12, 2025, 10:34 IST