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बीजापुर की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ जवान बड़ा ऑपरेशन चला रहे हैं. एक के बाद एक कार्रवाई कर लाल आतंक का खात्मा कर रहे हैं. आज हुए ऑपरेशन के बाद छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान को बहुत बड़ी धार मिली है. आइए जा…और पढ़ें
बीजापुर में लाल आतंक का खात्मा. (फोटो में एआई का इस्तेमाल किया गया है)
हाइलाइट्स
- बीजापुर में सुरक्षाबलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया
- गृह मंत्री अमित शाह का लक्ष्य 2026 तक नक्सल मुक्त भारत
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवानों के बलिदान को सराहा
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में महाराष्ट्र बॉर्डर पर जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है. दो जवान बलिदान हो गए और दो जवान घायल भी हुए हैं. घायल जवानों को निकालने के लिए जगदलपुर से एमआई-17 हेलीकॉप्टर रवाना किया गया है. छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबल के जवान लगातार नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन चला रहे हैं. आइए जानते हैं आखिर बीजापुर और आसपास के इलाकों में इस साल इस सबसे बड़े ऑपरेशन होने की बड़ी वजह क्या है…
खात्मे की ओर ‘लाल आतंक’
प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले बीजापुर जिले में रविवार को बड़ा ऑपरेशन हुआ. नेशनल पार्क इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. सूत्रों के अनुसार, इस मुठभेड़ में जवानों ने नक्सली कैडर के 15 बड़े लीडर्स को मार गिराया है. फिलहाल, इलाके की सर्चिंग की जा रही है.
यह है नक्सलियों के अंत का शुरुआती कदम
खुफिया सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में लगातार पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ होने की वजह साफ है. केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने तक नक्सलियों का खात्मा करने का दृढ़ निश्चय किया है. ऐसे में सुरक्षा बलों के नए-नए कैंप लगाए जा रहे हैं. यही वजह है कि बीजापुर और आसपास के इलाकों में इस साल इस सबसे बड़े ऑपरेशन हुए हैं. लाल आतंक कहीं न कहीं सुरक्षा बलों के कैंप खुलने से खौफ में आ गए हैं.
गृह मंत्री अमित शाह का लक्ष्य
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह का विजन कि मार्च 2026 में भारत को नक्सल मुक्त करना है. इसी कड़ी में बीजापुर में 31 नक्सलियों का खात्मा होना छत्तीसगढ़ में मौजूद सुरक्षाकर्मियों के लिए एक बहुत बड़ी सफलता है. इसके अलावा, साउथ बस्तर रीजन, जो सुकमा के पास है वहां पहले ही नक्सलियों के खिलाफ एक सघन अभियान चल रहा है. वहां से नक्सली छोड़कर वेस्ट बस्तर एरिया कमेटी के लोगों के पास आ रहे हैं.
यह है हालिया ऑपरेशन
इसी रणनीति के तहत, नक्सलियों के 50 कैडरों का एक ग्रुप बीजापुर के नेशनल पार्क के पास जमा हुआ. छत्तीसगढ़ पुलिस और ड्रग पुलिस के जवानों को इसकी भनक लग गई. तुरंत वेस्ट बस्तर एरिया कमेटी के पास जमा हुई नक्सलियों की इस टुकड़ी को घेर लिया गया. करीब 12 घंटे तक नक्सलियों के खिलाफ बीजापुर में यह बड़ा ऑपरेशन चला. नक्सलियों के पास भारी तादाद में गोला बारूद भी था. एक-एक कर नक्सलियों के महत्वपूर्ण कैडर मार गिराए जाने लगे और 12 घंटे के भीतर 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया, लेकिन इसी क्रम में हमारे देश की छत्तीसगढ़ पुलिस के दो जवान भी शहीद हो गए.
करीब 100 नक्सलियों का सफाया
सुरक्षा खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, इन मारे गए नक्सलियों में कई 5 लाख इनामी और 8 लाख इनामी नक्सली भी शामिल है. छत्तीसगढ़ में इस साल कुल 86 नक्सली मारे जा चुके हैं, नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में यह सुरक्षा बलों की बहुत बड़ी सफलता है.
नक्सल विरोधी अभियान को मिली बड़ी धार
बीजापुर में इस बड़े ऑपरेशन के बाद छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान को बहुत बड़ी धार मिली है जो सकुशल तरीके से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है कि 2026 मार्च में नक्सलवाद को भारत से पूरी तरीके से खत्म करना है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया पोस्ट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लिखा, ‘बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में 2 जवान शहीद और 2 जवान के घायल होने की भी दुखद खबर मिली है. जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक हमारा प्रदेश नक्सलवाद मुक्त होकर रहेगा. इस दिशा में सुरक्षाबल के जवान लगातार सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. देश-प्रदेश में कैंसर रूपी नक्सलवाद का अंत तय है. ईश्वर से शहीद जवानों की आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने और घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’
Bijapur,Bijapur,Chhattisgarh
February 09, 2025, 15:42 IST