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Sukma Naxali Encounter: खुफिया सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक बीजापुर को नक्सलियों की वेस्ट बस्टर बटालियन यूनिट और सुकमा को साउथ बस्तर बटालियन यूनिट के काडरों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश रची थी.
हाइलाइट्स
- खुफिया सूत्रों के मुताबिक नक्सली सुकमा में भी आईईडी ब्लास्ट और एंबुश अटैक की प्लानिंग कर रहे थे.
- सुकमा और बीजापुर में हमले की साजिश में पापाराव और हिडमा भी शामिल था.
सुकमाः छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में हाल ही में हुए नक्सली हमले के बाद सुकमा में भी पुलिस पर बड़े हमले की प्लानिंग नक्सली कर रहे थे. इस बार डबल अटैक की साजिश रची गई थी. नक्सलियों ने पुलिस की टीम पर आईईडी ब्लास्ट और एंबुश अटैक का प्लान बनाए थे. हालांकि वो अपनी इस साजिश में सफल नहीं हो पाए. इसका खुलासा गुरुवार को सुकमा में नक्सलियों और जवानों के बीच हुए एनकाउंटर की जांच में हुआ है.
पापाराव और हिडमा थे साजिश में शामिल
खुफिया सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक बीजापुर को नक्सलियों की वेस्ट बस्टर बटालियन यूनिट और सुकमा को साउथ बस्तर बटालियन यूनिट के काडरों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश रची थी. नक्सलियों के दो बड़े लीडर पापाराव और हिडमा इस डबल अटैक साजिश में शामिल थे. लेकिन नक्सलियों की ये दूसरी साजिश नाकाम हो गई और छत्तीसगढ़ पुलिस ने बीजापुर नक्सली हमले का बदला दुर्दांत नक्सल कमांडर हिडमा के गढ़ में उसके काडरों को मार कर ले लिया.
नक्सलियों के अंदाज में पुलिस ने दिया मुंहतोड़ जवाब
बीजापुर नक्सली हमले का जवाब पुलिस ने बिल्कुलस नक्सलियों के अंदाज में दिया है. सोमवार को छत्तीसगढ़ बीजापुर में हुए नक्सली हमले के बाद तुरंत पुलिस ने अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर जवाबी रणनीति तैयार की और 72 घंटे के भीतर बदले वाले प्लैन को अंजाम दिया. छत्तीसगढ़ पुलिस ने बीजापुर का बदला लेने के लिए सुकमा को, जहां नक्सली दूसरे हमले की प्लानिंग कर रहे थे. यहां पर नक्सलियों की टुकड़ी पामेड़ पीपुल्स लिब्रेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून 30 सक्रिय है. इसे पीएलजीए प्लाटून 30 भी कहते हैं.
हिडमा की अगुवाई वाली प्लाटून सक्रिय
जब से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला है और एक के बाद एक नक्सली मारे गए हैं. दुर्दांत नक्सली हिडमा की अगुवाई में यह टुकड़ी पीएलजीए प्लाटून 30 सबसे ज्यादा सक्रिय है. यह टुकड़ी घात लगाकर सुरक्षा बलों पर हमला करती है. खबरियों की हत्या करती है और जगह-जगह आईईडी लगाकर सुरक्षा बलों के वाहनों पर हमला करती है. कुछ महीना पहले जगरगुंडा में सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर की हत्या भी इसी नक्सलियों की टुकड़ी के काडरों ने की थी. इस टुकड़ी के ज्यादातर सदस्य 30 से 40 साल के बीच में है.
सुकमा में तीन नक्सलियों को मार गिराया
बीजापुर हमले के तुरंत बाद पुलिस को नक्सलियों के इस टुकड़ी के मूवमेंट की जानकारी मिली. इसके बाद इनको घेरने का प्लान बनाया गया. गुरुवार सुबह नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई करीब 4 से 6 घंटे तक यह मुठभेड़ चली. इसके बाद तीन नक्सलियों का काम तमाम हुआ.