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Noida News : ह्यूमन मेटाप्नियोमावायरस (HMPV) को लेकर देश में फैल रही अफवाहों और सोशल मीडिया पर #Lockdown के ट्रेंड होने के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जानकारी दी है। यह वायरस अब तक पांच देशों में फैल चुका है और लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं कि क्या कोरोना वायरस के बाद अब फिर से लॉकडाउन जैसा संकट आ सकता है? क्या यह नया वायरस कोरोना जितना खतरनाक है? क्या दुनिया को एक बार फिर महामारी का सामना करना पड़ेगा? आइए जानते हैं इस वायरल ट्रेंड के पीछे की पूरी कहानी और इस वायरस के बारे में।
कोविड-19 से ऐसे है अलग
2001 में पहचाने गए इस श्वसन वायरस के मामले हाल ही में बेंगलुरु, अहमदाबाद, चेन्नई और सलेम में सामने आए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित करता है। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “एचएमपीवी के लक्षण कोविड-19 से काफी हल्के हैं। इसमें नाक बहना, खांसी, बुखार और सांस लेने में थोड़ी परेशानी शामिल है। हालांकि कुछ गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस की स्थिति हो सकती है।”
क्या HMPV वायरस कोरोना से ज्यादा खतरनाक है?
HMPV वायरस, कोरोना वायरस से कम खतरनाक माना जा रहा है। हालांकि, यह भी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और खांसी, बुखार, गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, इसका संक्रमण COVID-19 जितना खतरनाक नहीं है। हालांकि, HMPV का तेजी से फैलना और नए मामलों का सामने आना चिंता का कारण बन रहा है, लेकिन यह कोरोना जैसी महामारी की स्थिति उत्पन्न नहीं करेगा।
क्या फिर से लॉकडाउन होगा?
अब यह सवाल हर किसी के मन में है कि क्या दुनिया फिर से लॉकडाउन जैसी स्थिति में लौटेगी? विशेषज्ञों के मुताबिक, HMPV वायरस के बढ़ते मामलों से अभी लॉकडाउन जैसी स्थिति की संभावना नहीं है। कोरोना वायरस की तुलना में इस वायरस का असर कम गंभीर है। हालांकि, इसके फैलने के बावजूद, दुनिया को फिर से लॉकडाउन जैसी सख्त स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। फिर भी, यदि मामलों में तेजी से वृद्धि होती है, तो स्थानीय स्तर पर कुछ प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
अफवाहों पर ध्यान न दें
एहतियाती उपायों के रूप में विशेषज्ञों ने मास्क पहनने, नियमित हाथ धोने और सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी बरतने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान में लॉकडाउन जैसी किसी कठोर कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। “लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है और स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी कर रहा है,” स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।