आकाश शुक्ला, रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार हरियाणा सरकार का फॉर्मूला अपना सकती है. राज्य में मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो तीन नए मंत्री शपथ ले सकते हैं. वहीं, एक विधानसभा उपाध्यक्ष भी हो सकता है. छत्तीसगढ़ सरकार में वर्तमान में मुख्यमंत्री सहित 11 मंत्री हैं. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर छत्तीसगढ़ से केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेज दी गई है. इस रिपोर्ट पर केंद्र जल्द हरी झंडी दे सकता है. दूसरी ओर, इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर तंज कसा है.
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने कहा कि बीजेपी सरकार में दो मंत्री पद खाली हैं. सरकार को एक साल होने के बाद भी इन पदों को नहीं भरा जा सका. क्योंकि, पार्टी में खींचतान की स्थिति है. उधर, डिप्टी सीएम अरुण साव ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. वे केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा कर जल्द निर्णय करेंगे. बीजेपी के मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति पर हो रहे बवाल पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने कहा कि बीजेपी में कोई प्रजातंत्र नहीं है. सभी थोपे जाने वाले लोग हैं. बड़े नेताओं द्वारा थोपने की कोशिश हो रही है. मंडल अध्यक्षों का चुनाव केवल नाम का हो रहा है.
कांग्रेस ने ईवीएम पर खड़े किए सवाल
साहू ने ईवीएम को लेकर फिर सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि कोई भी चुनाव हो ईवीएम मशीन का प्रयोग न किया जाए. बैलट पेपर के माध्यम से चुनाव होने चाहिए. ईवीएम मशीन पर अनेकों बार संदेह की स्थिति पैदा हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया. इस पर साहू ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल का परिणाम अच्छा आ रहा था. लेकिन, उसे बीजेपी की नजर लग गई. उसनेआत्मानंद योजना को पूरी तरीके से छोड़ दिया है. सरकार की लापरवाही के कारण संस्था बंद होने की कगार पर है. इस योजना को लेकर सरकार की नीयत ठीक नहीं है.
FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 15:52 IST