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Noida News : नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों की कथित मिलीभगत से मृत आईएएस अधिकारी हरिशंकर मिश्र की संपत्ति को फर्जी पत्नी के नाम किए जाने का मामला सामने आया है। नोएडा अथॉरिटी के सीईओ ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जांच के बाद फर्जी महिला के नाम पर किए गए संपत्ति नामांतरण को रद्द कर दिया गया है।
मामला कैसे हुआ उजागर?
आईएएस अधिकारी हरिशंकर मिश्र का निधन 11 जुलाई 2024 को हुआ था। उनके निधन के बाद शिव शिखा नामक 30 वर्षीय महिला ने खुद को उनकी पत्नी बताते हुए प्राधिकरण में संपत्ति के नामांतरण का दावा किया। प्राधिकरण के अधिकारियों ने 4 दिसंबर 2024 को संपत्ति का मोटेशन लेटर जारी कर दिया। हालांकि, हरिशंकर मिश्र की असली पत्नी और बेटी ने इस पर आपत्ति जताई। जिसकी सीईओ से शिकायत की। जांच के दौरान पता चला कि महिला ने 15 दिन पहले का फर्जी शादी प्रमाणपत्र पेश किया था। इसके बाद प्राधिकरण ने इस नामांतरण को रद्द कर दिया और फर्जी महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
कितनी संपत्ति पर था विवाद?
मृतक आईएएस अधिकारी हरिशंकर मिश्र वर्ष 2014 में रिटायर हुए थे। उनके नाम पर नोएडा सेक्टर-62 और सेक्टर-66 में दो संपत्तियां थीं। इनकी अनुमानित कीमत लगभग 15 करोड़ रुपये है। शिव शिखा नामक महिला ने सेक्टर-62 की संपत्ति पर दावा किया था। अधिकारियों से मिलीभगत कर इसे अपने नाम करवा लिया था।
फर्जीवाड़े में अधिकारियों की भूमिका
बताया जा रहा है कि शिव शिखा ने संपत्ति विभाग के अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर यह घोटाला अंजाम दिया। असली पत्नी और बेटी ने 2 दिसंबर को आपत्ति दाखिल की थी, लेकिन अधिकारियों ने इसे अनदेखा करते हुए 4 दिसंबर को मोटेशन लेटर जारी कर दिया। अब नोएडा अथॉरिटी के सीईओ ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। उन्होंने न केवल नामांतरण को रद्द किया, बल्कि प्राधिकरण के उन कर्मचारियों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है, जो इस घोटाले में शामिल थे।