Tricity Today | पूर्व IAS मोहिंदर सिंह
Noida News : नोएडा के चर्चित सुपरटेक ट्विन टावर मामले और स्मारक घोटाले में पूर्व आईएएस मोहिंदर सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। विजिलेंस विभाग ने उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर अगले सप्ताह पेश होने के लिए कहा है। इस दौरान उनके खिलाफ चल रहे अन्य मामलों के साथ-साथ सुपरटेक और स्मारक घोटाले में उनकी भूमिका की विस्तार से जांच होगी।
सुपरटेक मामले में क्या है आरोप?
सुपरटेक ट्विन टावर मामले में नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों और सुपरटेक बिल्डर के बीच मिलीभगत के आरोप हैं। अक्तूबर 2021 में विजिलेंस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज की थी। इस एफआईआर में नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह और एसके द्विवेदी समेत 30 अन्य लोगों को नामजद किया गया था। आरोप है कि नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने बिल्डर को अनुचित आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रखा और अवैध निर्माण को नजरअंदाज किया।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक के अवैध निर्माण को गंभीर अनियमितता मानते हुए टावर टी-16 और टी-17 को ध्वस्त करने का आदेश दिया था। इसके साथ ही नोएडा अथॉरिटी के दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच और जिम्मेदारियों को तय करने के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की थी। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर अक्तूबर 2021 में मामला दर्ज हुआ।
मोहिंदर सिंह पर अन्य घोटालों के आरोप
सुपरटेक मामले के अलावा मोहिंदर सिंह पर स्मारक घोटाले और हैसिंडा आवंटन घोटाले में भी संलिप्तता के आरोप हैं। स्मारक घोटाले में करोड़ों रुपये के अनियमित खर्च और भ्रष्टाचार की बात सामने आई थी। विजिलेंस की पूछताछ में इन सभी मामलों पर उनकी भूमिका की गहन जांच की जाएगी।
विजिलेंस का रुख सख्त
विजिलेंस विभाग ने संकेत दिया है कि जांच के दौरान दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अधिकारियों ने जांच प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया है।