कोरबा: यदि आप जम्मू जाए बिना ही माता वैष्णों देवी के दर्शन करना चाहते हैं तो आज हम आपको बताते हैं कि कैसे होंगे माता रानी के दर्शन. दरअसल जिले में स्थित एक मंदिर भक्तों के लिए एक नया धार्मिक केंद्र बनकर उभरा है. इस मंदिर में जम्मू कश्मीर की माता वैष्णो देवी की गुफा और हिमाचल प्रदेश की ज्वाला देवी के अखंड ज्योति के दर्शन एक साथ किए जा सकते हैं. दरअसल जम्मू-कश्मीर में स्थित माता वैष्णो देवी की गुफा की तर्ज पर इस मंदिर में भी एक गुफा बनाई गई है. जहां भक्तों को मां वैष्णो देवी के दर्शन होते हैं. इसके अलावा माता वैष्णो के दरबार में जलने वाली अखंड ज्योति, ज्वाला देवी मंदिर का अंश है, जो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में स्थित ज्वाला जी मंदिर से लाई गई थी.
भक्तों की मनोकामना होती है पूरी
यह मंदिर जनवरी 2006 में स्थापित किया गया था और तब से ही भक्तों का तांता लगा रहता है. मंदिर में स्थापित मां वैष्णो देवी की मूर्ति जयपुर से लाई गई है और इसका स्वरूप बेहद शांत और सौम्य है. मंदिर के पुजारी भगवत प्रसाद तिवारी के अनुसार, इस मंदिर में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से भक्त आते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर में स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर की तरह ही यहां भी नित्य पूजा-अर्चना की जाती है और गुफा के अंदर प्रवेश करने पर कश्मीर की गुफा जैसा अहसास होता है.
हिमाचल से लाई गई ज्वाला जी की अखंड ज्योति
इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां भक्तों को एक साथ माता वैष्णो देवी और ज्वाला देवी जी के दर्शन होते हैं. इनके साथ ही यहां पर भैरव नाथ जी की भी दर्शन होते हैं. आपको बता दें कि ज्वाला जी की अखंड ज्योति को हिमाचल प्रदेश से 3 सदस्यों द्वारा लाया गया था और यह, 18 साल से लगातार प्रज्वलित हो रही है. कोरबा में स्थित यह मंदिर भक्तों के लिए एक आस्था का केंद्र बन गया है.
FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 11:50 IST