कोरबा. कोरबा में सहकारी समिति के कर्मचारियों ने हाथियों को खदेड़ने का गजब का तरीका इजात करना पड़ा है. किसानों से उधार लिए ट्रैक्टर के जरिए रात भर हाथी को खदेड़कर धान की सुरक्षा कर रहे है.
वीडियो में आप देख सकते हैं कुछ लोग ट्रैक्टर पर सवार होकर रात के अंधेरे में डीजे बजाकर घूम रहे हैं, यह बारात नहीं है बल्कि कोरबा जिले के नवापारा गांव में स्थित 90 हज़ार क्विंटल धान की क्षमता वाले सबसे बड़ा उपार्जन केंद्र में रखे धान की सुरक्षा में लगे हैं. दरअसल इस केंद्र को हाथियों की नजर लग गई है. गांव के आसपास 12 हाथियों ने डेरा जमा लिया. शाम ढलते ही हाथियों का दल मंडी में घुसने की कोशिश करता है. उनसे निपटना बड़ी चुनौती है. फड़ के कर्मचारी ट्रैक्टर के जरिए हाथी को खदेड़ रहे है.
प्रभारी बजल सिंह बताते हैं कि पिछले 15 दिनों से यहां हाथियों का तांडव जारी है. पेड़ों और फेंसिंग तोड़कर हाथी इस केंद्र में घुसने का प्रयास कर रहे है. किसानों और कर्मचारियों की जान खतरे में हैं. नवापारा, रामपुर समेत तीन केंद्र के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर रातभर हाथियों से धान की सुरक्षा कर रहे है. किसानों के 4 से पांच ट्रैक्टर को हायर किया है. उसका साइलेंसर निकाल दिया है ताकि गाड़ी से अधिक आवाज आए और डीजे भी बजाया कर शोरगुल कर हाथियों को दूर भाग रहे हैं मगर ये तरीका भी जानलेवा है.
करतला और कुदमुरा रेंजी में 30 से अधिक हाथी अलग–अलग झुंड में विचरण कर रहे है. कुछ दिन पहले एक हाथी चचिया के धान मंडी में घुस गया था. उसके बाद 15 हाथियों का दल नवापारा मंडी के इर्द गिर्द मंडरा रहा है. इन्हें खदेड़ने में वन अमला तो नाकाम है, मगर मंडी के कर्मचारी अपनी जान हथेली पर रखकर ट्रैक्टर का इस्तेमाल कर अपनी और धान की सुरक्षा कर रहे है.
FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 15:12 IST