बिलासपुर:- छोटे व्यापारियों के प्रमुख संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने जीएसटी और फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड एक्ट (एफएसएसएआई) में सुधार की मांग करते हुए कहा है, कि इन नियमों के चलते छोटे व्यापारियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके लिए बनाए गए कड़े नियमों ने छोटे व्यापारियों की परेशानी बढ़ा दी है. कैट ने केंद्र सरकार से इन मुद्दों पर तुरंत ध्यान देने की अपील की है.
कैट से जुड़े हैं इतने करोड़ व्यापारी
वहीं कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार गांधी ने बताया कि संगठन देशभर में 8 करोड़ छोटे व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है. इनमें से छत्तीसगढ़ के 7,000 व्यापारी भी सदस्य हैं. कैट की संरचना तीन स्तरों पर काम करती है, राष्ट्रीय, राज्य और जिला. दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय में व्यापारियों की प्रमुख समस्याओं का समाधान किया जाता है, जबकि राज्य और जिला स्तर पर स्थानीय मुद्दों का निराकरण किया जाता है.
जीएसटी से व्यापारियों को परेशानी
कैट ने कहा, कि जीएसटी लागू होने के बाद से व्यापारियों के सामने कई कठिनाइयां आई हैं. जीएसटी में अब तक 1,173 संशोधन हो चुके हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा संशोधन कैट के सुझावों पर आधारित हैं. हालांकि कुछ समस्याएं कम हुई हैं, लेकिन अभी भी व्यापारियों को कई मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है. कैट लगातार इन मुद्दों को सुलझाने के लिए सरकार के साथ संवाद कर रहा है. ताकी संघ से जुड़े छोटे व्यापारियों को जीएसटी और एफएसएसएआई से समस्या न हो.
एफएसएसआई कानून में सुधार की मांग
कैट ने फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड एक्ट (एफएसएसएआई) को भी व्यापारियों के लिए चुनौतीपूर्ण बताया. इस कानून के लागू होने के बाद छोटे व्यापारियों को कई कठिनाइयां झेलनी पड़ीं. कैट ने इस कानून में सुधार करवाने के लिए लगातार प्रयास किए और सरकार को कई सुझाव दिए.
वहीं दूसरी तरफ छोटे व्यापारियों को बैंकों से लोन प्राप्त करने में समस्या होती है. कैट ने मुद्रा लोन योजना के तहत व्यापारियों को लोन दिलाने के लिए सरकार से मदद की भी अपील की है. इसके साथ ही व्यापारिक कल्याण बोर्ड की स्थापना की मांग भी की है. आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर यह बोर्ड बन चुका है, लेकिन कई राज्यों में इसका गठन बाकी है.
व्यापारियों के लिए पेंशन की मांग
कैट ने व्यापारियों के लिए पेंशन योजना शुरू करने की मांग उठाई है. संगठन ने कहा, कि व्यापारी लाखों-करोड़ों रुपये का टैक्स कलेक्ट करते हैं, लेकिन बदले में उन्हें कोई सुविधा नहीं मिलती. कैट ने सरकार से अपील की है कि 60 वर्ष की आयु के बाद व्यापारियों को पेंशन दी जाए.
कैट छोटे व्यापारियों को तकनीक के साथ व्यापार करने के लिए प्रेरित कर रहा है. संगठन विभिन्न कार्यक्रमों और रिसर्च पेपर के जरिए व्यापारियों को नई तकनीक अपनाने के तरीके सिखा रहा है. इसका उद्देश्य व्यापारियों को उन्नत बनाना और उनके मुनाफे को बढ़ाना है.
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FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 14:24 IST