Sunday, December 22, 2024
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तीखे सवालों से गूंजी विधानसभा, कांग्रेस ने उठाए फायर सेफ्टी-नक्सलवाद के मुद्दे

आकाश शुक्ला, रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी तीख सवाल-जवाब हुए. विधायक धर्म जीत सिंह ने अस्पतालों में फायर सेफ्टी सेवाओं में लापरवाही का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में लगातार आग लग रही है. फायर सेफ्टी का पालन नहीं हो रहा. इसका क्या इंतजाम है. 2000 में फायर सेफ्टी का सर्टिफिकेट बाजार में बिक रहा है. फायर सेफ्टी के मापदंड में कितने अस्पताल आते हैं. इस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि फायर सेफ्टी की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की नहीं है, गृह विभाग की जिम्मेदारी है. प्रदेश में नर्सिंग होम एक्ट में पंजीकृत गैर शासकीय अस्पतालों की संख्या 1119 है. फायर ऑडिट गृह विभाग के अंतर्गत आता है. अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन से पहले उनसे एनओसी लेनी होती है.

इस जवाब पर विधायक अजय चंद्राकर और धरम जीत सिंह ने कहा कि यदि विभाग की जिम्मेदारी नहीं है, तो यह तो गैर जिम्मेदाराना जवाब है. प्रश्न स्वीकार नहीं करना चाहिए. गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री इसकी जांच कराएं और ऐसे अस्पताल को बंद कराएं. गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा, यह गंभीर मुद्दा है और इसकी जांच कराएंगे. विधायक राजेश मूणत ने सवाल किया कि हमर क्लीनिक बना है तो उसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी किसकी है. क्या योजना आगे चलती रहेगी या नहीं, ये स्पष्ट करें. स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने कहा कि शहर में हमर अस्पताल और गांव में हमर क्लीनिक की योजना है. इसके लिए 338 करोड़ रुपये बजट दिया गया, लेकिन राशि आहरित नहीं कर सके. इसके लिए केंद्र ने 7 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया.

सरकार पर ये भी लगा आरोप
जायसवाल ने कहा कि अनुपूरक में प्राविधान कराकर इस हफ्ते बजट की व्यवस्था कर देंगे. भारत सरकार से दूसरी किस्त भी आएगी. फिलहाल 364 में से 180 संस्थाएं संचालित है, बाकी भी संचालित होंगी. राजेश मूणत ने पूछा कि इस योजना में राज्य की क्या भूमिका है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सेटअप में मेडिकल ऑफिसर समेत पांच तरह की सेवाएं हैं. ये राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत संचालित होते हैं. इनके लिए जहां-जहां बिल्डिंग मिल गई वहां संचालित किया गया. जबकि, जहां बिल्डिंग नहीं है, वहां संचालित नहीं हो सकी. राजेश मूणत ने कहा कि 17 भवन कंपलित नहीं हैं. सामुदायिक भवन में सिर्फ नाम लगाकर चमकाया जा रहा है. स्वास्थय मंत्री ने कहा कि सामुदायिक भवन पर टैग लगा दिया गया है, बजट आएगे तो बनाएंगे.

एनकाउंटर में निर्दोष लोगों के मारे जाने का मुद्दा
दूसरी ओर, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने राज्य में नक्सली घटना में आम नागरिकों की मौत का मुद्दा उठाया. उन्होंने घटनावार जानकारी मांगी. इस पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलवाद का दंश पूरा प्रदेश झेल रहा है. हमें जानकारी बताने में परेशानी नहीं है. लेकिन, कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा. इस बात का आरोप लगाया गया था कि भरमार बंदूक ले जाते हैं और और लोगों को नक्सली बताते हैं.

Tags: Chhattisgarh news, Raipur news

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