रायपुर. दूध एक ऐसा पदार्थ है जो कभी खत्म नहीं होता. दूध को सही तरीके से रखें तो महीनों तक स्टोर कर के रखा जा सकता है. फिर जरूरत के मुताबिक उसे फिर से दूध बनाकर उपयोग किया जा सकता है. बाजार में जब दूध की कमी होती है तो इसी टेक्निक का इस्तेमाल कर दूध की आपूर्ती की जाती है. कामधेनू विश्वविद्यायल के विषय विशेषज्ञ सकील का कहना है कि दूध के संरक्षण के काफी तरीके हैं. इसमें पाउडर मिल्क, माल्टेड फूड, यूएसटी टेक्निक से दूध को महीनों तक प्रिजर्व कर रखा जा सकता है. त्योहार के सीजन में उसे फिर से री-प्रोडक्ट कर बाजार में दूध के रूप में लाया जाता है. दूध की इस टेकनिक से दूग्ध कभी खराब नहीं होता.
भारत में दूध हर त्योहार में उपयोग होता है. इसे हर घरों में उपयोग भी किया जाता है. समय-समय पर दूध की किल्लत भी सामने आती है. अब दूध की कमी को पूरा करने के लिए वैज्ञानिकों ने नई टेक्नोलॉजी इजात की है. दूध को अब महीनों तक प्रिजर्व कर रखा जा सकता है.
अब नहीं होगी मिल्क की कमी
कामधेनू विश्वविद्यायल के डीन एके त्रिपाठी ने बताया कि दूध की कमी हो तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप को किल्लत के वक्त भी शुद्ध और गुणवत्ता युक्त दूध उपलब्ध होगा. दूध के भंडारण के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग भी प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हो रहा है.
दूध से जुड़ी रोचक बातें
दूध बहु-उपयोगी है, मगर एक दिन के बाद खराब भी हो जाता है. दूध में एक बूंद छाछ डालने से वह दही बन जाता है, जो केवल 2 दो दिन टिकता है. दही को मथने से मक्खन बन जाता है. मक्खन 3 दिन तक टिकता है. मख्खन को उबालकर घी बनता है. घी कभी भी खराब नहीं होता.
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FIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 16:07 IST