बिलासपुर:- सरकंडा थाना पुलिस ने एक ऐसे ठगी के मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक महिला ने मंत्रालय में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ लिए. पीड़ित व्यक्ति से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा. यह मामला न केवल लोगों को जागरूक करता है, बल्कि उन ठगों के मंसूबों पर भी चोट करता है, जो भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाते हैं.
ऐसे बढ़ी पहचान, लगाया लाखों का चूना
दरअसल शिकायतकर्ता शरद चंद्र वर्मा, उम्र 40 वर्ष, निवासी पाटलिपुत्र कॉलोनी, राजकिशोर नगर, सरकंडा, ने 11 नवंबर 2024 को थाने में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी जिला अस्पताल, बिलासपुर में नर्स है और उनकी सहकर्मी मंजू पाटले से अच्छी जान-पहचान थी. साल 2022 में एक पिकनिक के दौरान मंजू पाटले ने शरद वर्मा और उनकी पत्नी की मुलाकात रायपुर के एक कथित “मंत्रालय अधिकारी” सतीश कुमार सोनवानी से करवाई. सतीश ने मंत्रालय में नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया. मंजू पर भरोसा करते हुए शरद ने मंत्रालय में नौकरी पाने की उम्मीद में अलग-अलग किस्तों में कुल 4,59,551 रुपये सतीश सोनवानी के गूगल पे खाते में ट्रांसफर कर दिए.
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रकम मांगने पर धमकी
लंबे समय के बाद भी नौकरी न मिलने पर शरद वर्मा ने जब अपने पैसे वापस मांगे, तो मंजू पाटले ने बहाने बनाना शुरू कर दिया. सतीश सोनवानी ने भी नंबर ब्लॉक कर दिया. अस्पताल में मिलने पर मंजू पाटले ने धमकी देते हुए कहा कि वह पैसे वापस नहीं करेगी और ज्यादा दबाव डालने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक पुलिस टीम ने आरोपी महिला मंजू पाटले को गिरफ्तार किया. अदालत में पेश किए जाने के बाद उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.
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FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 15:38 IST