रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों ने पुलिस मुखबिर के रूप में काम करने का आरोप लगाते हुए एक और ग्रामीण की हत्या कर दी है. दो हफ्ते से भी कम समय में जिले में नक्सलियों द्वारा यह दूसरी हत्या की गई है. मृतक की पहचान माड़वी दुलारू के रूप में हुई है. माड़वी दुलारू की निर्मम हत्या इस साल की 60वीं हत्या है, जो नक्सलियों ने की है. इससे पहले साल 2018 में सबसे अधिक नक्सलियों द्वारा 70 लोगों की हत्या की गई थी.
बीते सोमवार की रात में दुलारू को हथियारबंद माओवादियों के एक समूह ने रायपुर से लगभग 300 किमी दक्षिण पोटेनार गांव में उसके घर से बाहर निकाला और उसे खींचते हुए जंगल में ले गए. दुलारू को कंगारू अदालत में माओवादी कमांडरों के सामने पेश किया गया, जहां उन पर माओवादियों के शिविरों और गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचित करने का आरोप लगाया गया. मंगलवार की सुबह माओवादियों ने ग्रामीणों के एक समूह के सामने उसका गला काट दिया और उसके शव को पोटेनार के बाहर फेंक दिया. पुलिस ने उसका शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. हत्या की जिम्मेदारी माओवादियों की पामेड़ एरिया कमेटी ने ली है.
यह पूरा मामला जिले के जांगला थाना क्षेत्र का है. नक्सलियों ने जनअदालत के दौरान ग्रामीणों के सामने कहा कि ये पुलिस के साथ मिलकर हमारी सूचना देता है. इसलिए इसे मौत की सजा दी जा रही है, जिसके बाद धारदार हथियार से उसे मार डाला. एएसपी चंद्रकांत गवर्णा ने कहा कि जवानों को मौके के लिए रवाना किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही चीजें सामने आएंगी.
FIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 08:54 IST