रेंजर को समस्या बताती महिलाएं
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जिले के तेंदूखेड़ा ब्लाक की सर्रा पंचायत का भैंसा गांव जो वीरांगना रानीदुर्गावती टाइगर रिजर्व में आता है। यहां वन विभाग द्वारा बनाई पत्थरों की खखरी से शनिवार दोपहर एक महिला गिर गई, जिसका हाथ टूट गया। जिससे गुस्साई महिलाओं ने रेंज कार्यालय का घेराव कर दिया और अधिकारियों के खिलाफ काफी देर नारेबाजी की और कहा अब मनमानी बर्दाश्त नहीं होगी। उसके बाद अधिकारियों ने समस्या हल करने का आश्वासन दिया।
भैसा गांव से जुडा है मामला
ग्राम पचायत भैंसा की सैकड़ों महिलाएं सर्रा वन परिक्षेत्र अधिकारी से मिलने उनके कार्यलय पहुंची। उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा जो खकरी बनाई गई है, उससे ग्रामीणों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि गांव के लोगों का निकलने का वही एक रास्ता है, जो उनके खेतों को जाता है।
अब वहां खकरी लगा दी गई है, इसलिए ग्रामीणों को आवागमन में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए खकरी का कुछ भाग खोल दिया जाये। महिलाएं सर्रा वन परिक्षेत्र अधिकारी के आवास पहुंची जहां रेंजर ने उनकी समस्या सुनी, लेकिन निराकरण रेंजर के पास नहीं था, जिसके बाद महिलाएं नाराज हो गई और सर्रा वन परिक्षेत्र कार्यलय के सामने बैठकर अपना हक और सुविधाओं की मांगों को लेकर नारे बाजी करती रही।
महिलाओं ने संभाला मोर्चा
टाइगर रिजर्व के अधीन आने वाले भैसा गांव की महिलाओं ने मोर्चा संभाला है। क्योंकि पूर्व में पुरुष समस्याएं लेकर अधिकारियो से मिलते थे, लेकिन उनका निराकरण नहीं हुआ। इसलिए अब महिलाओं ने मोर्चा संभाला है। पहले महिलाएं रेंजर के आवास पहुंचीं, उनकी समस्याओ का निराकरण नहीं हुआ। उसके बाद महिलाये रेंज कार्यलय के सामने बैठ गई और वीटगार्ड, रेंजर के विरोध में नारेबाजी करती रही। अनीता रानी, मोलरानी ने रेंजर से कहा कि आप आदिवासी महिलाओं के साथ भेदभाव कर रहे हैं, ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। जब सभी गांव में निकासी मार्ग खुला है तो भैसा गांव ने खकरी क्यों लगाई।