बिलासपुर:- जिले के मस्तूरी विकासखंड के ग्राम पंचायत चिल्हाटी में भ्रष्टाचार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. लाखों की लागत से बनी सीसी सड़क अब गायब हो गई है, मानो कभी बनाई ही न गई हो. ग्रामीणों को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है, जबकि अधिकारी और सरपंच एक-दूसरे पर दोष मढ़ने में व्यस्त हैं. इस गांव में सड़क के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद अब ग्रामीणों को दलदल में खराब सड़कों पर चलना पड़ रहा है.
भ्रष्टाचार का खेल?
सरपंच और अधिकारियों का कहना है कि मंडी से गुजरने वाले भारी वाहनों की वजह से सड़क टूट गई. एसडीओ अमित बंजारे ने दावा किया कि 12 से 15 लाख रुपये की लागत से बनी 500-600 मीटर लंबी सड़क की गुणवत्ता निर्माण के समय जांची गई थी और वह सही पाई गई थी. लेकिन अब सड़क की हालत यह है कि मानो कभी सड़क बनी ही न हो. सब इंजीनियर अभिषेक भारद्वाज का कहना है कि धान मंडी से भारी गाड़ियों की आवाजाही से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई.
ग्रामीण सुरेश यादव ने आरोप लगाया कि सरपंच और अधिकारियों की मिलीभगत से सड़क निर्माण में भारी घोटाला हुआ है. न सिर्फ सड़क प्रस्तावित लंबाई से कम दूरी तक बनी, बल्कि जो सड़क बनी, वह भी घटिया सामग्री से बनाई गई थी. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनने के कुछ ही महीनों बाद उखड़ने लगी थी, जो घटिया सामग्री के उपयोग का साफ संकेत है.
मंडी से भारी वाहनों का ध्यान क्यों नहीं रखा गया?
ग्रामीणों का तर्क है कि जब पहले से ही पता था कि इस सड़क से मंडी की भारी गाड़ियां गुजरेंगी, तो निर्माण के समय इसे टिकाऊ क्यों नहीं बनाया गया. प्रशासन और सरपंच का अब यह दावा करना कि भारी वाहनों की वजह से सड़क टूटी, केवल अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने का प्रयास है.
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सरपंच और अधिकारियों का बचाव
इस मामले में एसडीओ अमित बंजारे ने कहा कि निर्माण के समय सड़क की गुणवत्ता सही थी, पर इसे पकने का समय नहीं मिला. यह सवाल अब उठता है कि यदि सड़क सही ढंग से नहीं बनी थी, तो उसकी गुणवत्ता जांची कैसे गई? वहीं गांववासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलेगी, तब तक इस तरह के भ्रष्टाचार का सिलसिला जारी रहेगा. सरपंच द्वारा अब मंडी समिति से सड़क को फिर से बनवाने की मांग की गई है, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सच में होगा या फिर यह भी सिर्फ एक और वादा बनकर रह जाएगा?
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FIRST PUBLISHED : October 18, 2024, 14:44 IST