बिलासपुर: जिले के किसानों के लिए लोधी पारा कोनी रोड स्थित शासकीय हाइटेक नर्सरी वरदान साबित हो रही है. यहां आधुनिक तकनीक से सब्जियों की पौध तैयार की जा रही हैं, जिससे किसानों को समय पर पौधें मिल रही हैं और उनकी आय में वृद्धि हो रही है. किसान यहां अपने बीज देकर पौध तैयार करवा सकते हैं या फिर पहले से तैयार पौध खरीदकर अपने खेतों में रोपाई कर सकते हैं. यह सुविधा कृषि उत्पादकता को बढ़ाने में काफी सहायक साबित हो रही है और जिले के कई किसान इसका फायदा उठा रहे हैं. किसान सब्जियों के बीज देकर सैकड़ों और हजारों की संख्या में पौध लेकर जा रहे हैं.
हाइटेक तकनीक से तैयार हो रही पौधे, 21 दिनों में मिल रही फसल
बिलासपुर के उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक नारायण सिंह लावात्रे ने बताया कि नर्सरी में 21 दिनों के भीतर पौध तैयार की जाती है. इसके लिए मिट्टी की जगह कोकोपिट का उपयोग किया जाता है, जिससे पौधों में किसी भी प्रकार का संक्रमण (कंटेमिनेशन) न हो. पौधे ऑटो सीड प्लांटेशन मशीन की मदद से बिना इंसानी स्पर्श के तैयार किए जाते हैं. इस प्रक्रिया से तैयार टमाटर, हरी मिर्च, बैंगन और फूलगोभी जैसी सब्जियों की पौध किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है.
पौधों की गुणवत्ता बनी रहती है, हफ्ते भर तक सुरक्षित
उद्यान अधीक्षक एके परस्ते ने बताया कि नर्सरी से लिए गए पौधे एक हफ्ते तक सुरक्षित रहते हैं, जिससे किसान अपनी सुविधा के अनुसार रोपाई कर सकते हैं. यह सुविधा किसानों के लिए काफी लाभकारी साबित हो रही है, क्योंकि इससे उनकी मेहनत और समय दोनों की बचत हो रही है.
अब तक 15 लाख पौधों का वितरण, नवंबर तक 10 लाख और तैयार होंगे
इस नर्सरी से अब तक 15 लाख पौधों का वितरण किया जा चुका है. बिलासपुर के अलावा दुर्ग, अंबिकापुर और रायपुर के किसान भी यहां से पौध लेकर खेती कर रहे हैं. नवंबर के अंत तक 10 लाख और पौधे तैयार कर किसानों को वितरित किए जाने की योजना है, जिससे अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकें.
सिर्फ 1 रुपये 5 पैसे में मिल रही पौध
शासकीय हाइटेक नर्सरी से किसान मात्र 1 रुपये 5 पैसे प्रति पौध की दर से पौधे प्राप्त कर सकते हैं, जो प्राइवेट नर्सरी के मुकाबले काफी सस्ती है. इससे किसानों की लागत कम हो रही है और उनकी मेहनत भी बच रही है, जिससे उनकी आय में इजाफा हो रहा है.
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FIRST PUBLISHED : October 6, 2024, 23:06 IST