Tricity Today | Symbolic Photo
Noida News : सेक्टर-62 निवासी कुमारी रंजना के साथ साइबर अपराधियों ने एक ठगी की घटना को अंजाम दिया। जालसाजों ने उन्हें विदेशी पार्सल में ड्रग्स और अन्य प्रतिबंधित सामान होने का डर दिखाकर लगभग पौने 10 लाख रुपये ऐंठ लिए है। आरोपियों ने पुलिस और सीबीआई के अधिकारियों के रूप में खुद को पेश कर इस ठगी को अंजाम दिया।
7 अगस्त से शुरू हुआ केस
रंजना ने बताया कि 7 अगस्त को उन्हें डीएचएल कुरियर सर्विस से एक कॉल आई, जिसमें बताया गया कि उनके नाम से एक पार्सल विदेश जा रहा है। कॉलर ने दावा किया कि इस पार्सल में उनके आधार कार्ड का उपयोग किया गया है और इसमें ड्रग्स और अन्य प्रतिबंधित सामान पाया गया है। इस सूचना के बाद कॉल को कथित तौर पर मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के पास ट्रांसफर कर दिया गया।
जेल जाने की धमकी
आरोपियों ने रंजना को स्काइप कॉल पर जोड़ा और ड्रग्स मिलने पर जेल जाने की धमकी दी। उन्होंने रंजना को घर से बाहर न जाने की सलाह दी और आठ अगस्त तक लगातार उनसे पूछताछ की। जांच के नाम पर जालसाजों ने कई खातों में जमा रकम को एक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा। उन्होंने दावा किया कि जांच पूरी होने के बाद पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट मिलेगा और रकम वापस की जाएगी।
48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा
डर के कारण रंजना ने पहले पांच लाख रुपये और फिर चार लाख 70 हजार रुपये ट्रांसफर किए। 9 अगस्त तक महिला को डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया और जब ठगों ने उससे और पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया तो रंजना ने अपने पैसे वापस मांगे। इस पर ठगों ने रंजना से पूरी तरह से संपर्क तोड़ दिया और लगभग 48 घंटे तक उसकी निगरानी स्काइप कॉल के माध्यम से की। इस मामले में रंजना ने साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।