महासमुन्द : सांप किसी भी मौसम में घर में दिख जाए तो इंसान की रूह कांप जाती है. गांवों में तो सांपों के काटने की घटनाएं भी खूब सुनने को मिलती हैं. ऐसे में आप सांप को घर से दूर भगाने के लिए घर में कुछ पौधे लगा सकते हैं. जिसके बाद सांप आपके घर के आसपास भी नहीं दिखाई देंगे.
ग्रामीणांचल में आज भी दरवाजे के ऊपर गरुड़ की फलियों को बांध देते है ताकि किसी भी प्रकार का सांप घर में नहीं प्रवेश कर सके. क्योंकि गरुड़ के इस फल में विशेष प्रकार कि सुगंध होती है जिससे सांप दूर भागते हैं. यह एक दुर्लभ वृक्ष है और बहुत ही कम स्थानों पर पाया जाता है. ये इस पृथ्वी पर उत्पन्न सबसे प्राचीन वृक्षों में से एक है.
गरुण (Garun) वृक्ष के औषधीय गुण
इस वृक्ष की पत्तियां भी बेलपत्र के समान ही तीन-तीन के समूहों में होती हैं. अपनी अद्वितीय औषधीय गुणों के कारण इसका एक नाम गरुड़ संजीवनी भी है. इसके वास्तु और ज्योतिष चमत्कार भी बताये गए हैं. कहते हैं जो कोई भी इसकी फली अपने शयनकक्ष में रखता है उसे सर्पों के ठदुःस्वप्न नहीं आते.
इसे अपने पास रखने से मनुष्य को कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिलती है. इसकी फली पर कुमकुम लगा कर अपनी तिजोरी में रखने पर माता लक्ष्मी की सदैव कृपा बनी रहती है.
सर्पदंश में ये फली साक्षात् संजीवनी के समान बताई गयी है। यदि किसी व्यक्ति को किसी सर्प ने काट लिया हो तो उस फली को जल में डुबा कर उस जल को पीड़ित को पिलाने से उसका विष तत्क्षण उतर जाता है. इस जड़ी को पानी में रात भर डुबा कर रखने के बाद यदि उससे किसी व्यक्ति को स्नान करा दिया जाये तो भयंकर से भयंकर विष भी उतर जाता है.
छत्तीसगढ़ सहित कई प्रदेशों में उपलब्ध
वैसे तो शहरों के लिए ये लकड़ी नयी है किन्तु आज भी देश के जंगलों में रहने वाल जनजाति इसका उपयोग करती है. छत्तीसगढ़, झारखण्ड आदि राज्यों के आदिवासी लोग इस जड़ी का आज भी सर्पों से रक्षा के लिए उपयोग करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 17:27 IST