India Diamond States Summit Chhattisgarh: न्यूज18 इंडिया के महामंच इंडिया डायमंड स्टेट्स समिट में आईपीएस भोजराम पटेल ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि मेरे अंदर एक अलग ही प्रकार का जुनून था. मुझे आगे बढ़ना था. अपने आपसे युद्ध होता था. मुझे खेत-खलिहानों से निकलना था. फिर टीचर बनने का जूनून था. मेरे अंदर अपने गांव और प्रदेश के लिए कुछ अलग करने का जुनून था. इसलिए मैंने अलग राह चुनी और आईपीएस बना. गौरतलब है कि आईपीएस भोजराम पटेल छत्तीसगढ़ कैडर के 2013 बैच के आईपीएस हैं. वे मूलतः छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले हैं. गरीब किसान के घर जन्मे भोजराम पटेल ने शिक्षा कर्मी की नौकरी करते हुए यूपीएससी क्रैक की है. वे पुलिस में नए-नए इनोवेशन और कम्युनिटी पुलिसिंग के लिए जाने जाते हैं.
छत्तीसगढ़ कैडर के 2013 बैच के आईपीएस भोजराम पटेल छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के ही रहने वाले हैं. वह रायगढ़ जिले के खरसिया ब्लॉक के तारापुर गांव के रहने वाले हैं. उनका जन्म 5 अगस्त 1983 को हुआ. भोजराम के पिता महेश राम पटेल केवल पांचवी तक पढ़े हैं. जबकि उनकी माता लीलावती निरक्षर हैं. शिक्षा और सरकारी नौकरी का उनके परिवार में किसी भी सदस्य का कोई दूर-दूर तक नाता रिश्ता नहीं था. गरीब परिवार में जन्मे भोजराम के पिता के पास केवल दो बीघा जमीन थी. उसी में खेती कर जो फसल होती थी उसी के सहारे भोजराम का परिवार किसी तरह जीवन यापन करता था.
बीएससी के बाद भोजराम ने नौकरी की तलाश शुरू की. उनका चयन उस समय होने वाले शिक्षाकर्मी वर्ग–2 की भर्ती के लिए हो गया. शिक्षाकर्मी की नौकरी के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय आने जाने के दौरान उन्हें यह पता चला कि अधिकारी क्या होते हैं और जिले में सबसे बड़े अधिकारी कौन-कौन हैं. भोजराम को पता चला कि इन बड़े अधिकारियों से मिलने के लिए पहले से अपॉइंटमेंट लेनी पड़ती है. जबकि यह अधिकारी अपने जीवन काल में नौकरी के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल के अलावा देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी मिलते हैं. इसके बाद भोजराम ने इतने बड़े अधिकारी कैसे बनते हैं इसकी जानकारी जुटाई.
तब उन्हें पता चला कि यूपीएससी द्वारा आयोजित होने वाली सिविल सर्विसेज परीक्षा से आईएएस, आईपीएस बना जा सकता है. नौकरी छोड़कर दिल्ली जाकर यूपीएससी की कोचिंग करना भोजराम के लिए आर्थिक रूप से बस की बात नहीं थी. जिसके चलते नौकरी करते हुए ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की. दिल्ली से इसके लिए अपने दोस्तों से नोट्स मंगवा भोजराम पढ़ने लगे. स्कूल व कॉलेज की पढ़ाई अच्छी तरह से करने के चलते उनके बेसिक्स तो कई विषय में स्ट्रांग थे ही और कई के लिए उन्होंने जमकर मेहनत की. इस तरह से शिक्षा कर्मी की नौकरी करते हुए भोजराम यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस के लिए सलेक्ट हुए.
FIRST PUBLISHED : July 31, 2024, 17:55 IST