Google Photo | नैनीताल बैंक (Noida)
Noida News : नोएडा के सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक में 16.01 करोड़ रुपये के फ्रॉड के मामले में पुलिस बड़ी कामयाबी हासिल की है। इससे जुड़े सभी 84 खातों को फ्रीज कर दिया है। इस घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं। जांच एजेंसियां अब कई एटीएम बूथों की सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रही हैं, जिनसे ठगी की रकम निकाली गई थी।
कुल 84 खातों की पहचान हुई
बैंक के आईटी मैनेजर सुमित कुमार श्रीवास्तव ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया कि बैंक के आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) चैनल को हैक करके जालसाजी की गई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अब तक दो करोड़ रुपये से अधिक की राशि को फ्रीज कर दिया है। इसके अतिरिक्त 84 खातों की पहचान की गई है, जिन्हें अब तक फ्रीज किया जा चुका है।
अब एटीएम बूथ के सीसीटीवी की जांच
साइबर क्राइम पुलिस अब इन खातों से संबंधित लेनदेन की गहराई से जांच कर रही है और संबंधित एटीएम बूथों की सीसीटीवी फुटेज की छानबीन कर रही है। इन बूथों के जरिए ठगी की रकम को निकाले जाने के प्रमाण जुटाए जा रहे हैं। मामले में भारत सरकार की संस्था सर्ट (साइबर इमरजेंसी रिस्पांस टीम) भी तकनीकी जांच कर रही है, जिससे हैकिंग के तरीके और जालसाजी की पूरी कड़ी को समझा जा सके।
जल्द होगा खुलासा
साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार ने पुष्टि की है कि इस मामले की जांच लगातार जारी है। पुलिस बैंक खातों की जानकारी और ठगी से जुड़े अन्य तथ्यों का पता लगाने में लगी हुई है। इस बड़े फ्रॉड केस की गंभीरता को देखते हुए सभी संभावित सुरागों पर ध्यान दिया जा रहा है, ताकि दोषियों को पकड़ा जा सके और पीड़ितों की राशि की रिकवरी की जा सके।
कैसे दिया इतनी बड़ी गड़बड़ी को अंजाम
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर जब 20 जून को जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि जिस बैलेंस शीट में गड़बड़ी मिली है। इसमें 85 फीसदी लेनदेन कैश में की गई है। इसके बाद जांच में पता चला कि 16 करोड़ एक लाख 83 हजार 261 रुपये की धोखाधड़ी हुई है। इन पैसों को बैंक से 84 बार में अलग-अलग खातों में भेजा गया है। साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार का कहना है कि इस मामले में थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस मामले की जांच के लिए एक डेडिकेटेड टीम बनाई गई है। इस मामले में पुलिस की टीम कई अन्य एजेंसियों की मदद ले रही है।