दूधिया पानी की तरह गिर रहा झरना
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दमोह जिले में बारिश होने के साथ ही सैकड़ों फीट ऊंचाई से गिरने वाले झरनों का दृश्य आकर्षक हो गया है। प्रतिदिन सैलानी इन झरनों का आनंद लेने पहुंच रहे हैं। दमोह, जबलपुर और कटनी हाईवे पर सबसे अधिक झरने हैं जो दूधिया पानी की तरह बह रहे हैं। बारिश का मौसम शुरू होते ही दमोह जिले के कई स्थानों पर झरने शुरू हो जाते हैं जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। सबसे बड़ा झरना भेसाघाट का है, जो कई सैकड़ों फीट की ऊंचाई से गिरता है।
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बमनी का झरना
दमोह-कटनी स्टेट हाईवे पर कुम्हारी गांव के समीप स्थित बमनी नाले का भदभदा झरना इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 30 फीट ऊंचाई से झरने का कलकल करता पानी नीचे गिरता है जो दूधिया रंग का नजर आता है। दमोह से कटनी जाने वाले मार्ग पर बमनी झरना देखने प्रतिदिन लोग पहुंच रहे हैं। अधिकांश लोग कुछ समय के लिए यहाँ रुककर इस झरने एवं इसके आसपास फैले प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते नजर आ रहे हैं। सुबह से लेकर देर शाम तक यहाँ लोगों की भीड़ देखी जा रही है। हालांकि, यहां लापरवाही का भी एक नजारा देखने मिलता है जब कुछ युवक-युवतियां लापरवाही से सेल्फी लेते नजर आते हैं। ऐसे में यहाँ सुरक्षा के प्रबंध होना जरूरी है।
निदान जलप्रपात
दमोह जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर जबलपुर हाईवे पर स्थित निदान जलप्रपात का सौंदर्य बारिश में निखर आया है। घने जंगलों से घिरा यह झरना देखने प्रदेश भर से लोग पहुंच रहे हैं। 168 फीट की ऊंचाई से गिरती पानी की जलधारा देख लोग रोमांचित हो उठते हैं। प्रकृति ने इस स्थान को बड़े ही खूबसूरत तरीके से सजाया है, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व का सिंग्रामपुर निदान वॉटरफॉल अपनी नैसर्गिक सुंदरता से पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। हरे-भरे पहाड़ों के बीच इस झरने के पास आकर लोगों को सुकून और शांति का आनंद मिलता है। हरे-भरे पहाड़ों से घिरा यह जलप्रपात बारिश होते ही गिरती जलधारा का मनमोहक नजारा प्रस्तुत करता है। जबलपुर जिला नजदीक होने के कारण प्रतिदिन सैकड़ों लोग यहाँ पहुंचते हैं। सिंग्रामपुर रेंजर आश्रय उपाध्याय ने बताया कि निदान वॉटरफॉल के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटकों का पहुंचना शुरू हो गया है।
बोधा मानगढ़ का झरना
दमोह जिले से करीब 55 किलोमीटर दूर जनपद जबेरा की ग्राम पंचायत पौड़ी से करीब सात किलोमीटर दूर बोधा मानगढ़ दुर्गम घाटी के समीप ऐसा झरना है, जो अब तक अधिकांश लोगों की नजरों से दूर है। यह झरना मशहूर पिकनिक या टूरिस्ट स्पॉट नहीं बन सका है, लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है। यहाँ लोग घाटी और आसपास की प्राकृतिक सुंदरता के नजारों को अपनी यादों, आंखों और कैमरों में कैद करने के लिए दीवाने दिखते हैं।