Tricity Today | GDA VC Atul Vats
Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) सपनो का नया शहर बसाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए सर्वे कर लिया गया है। भूमि भी चिन्हित कर ली गई है। सर्वे के आधार पर जल्द ही जीडीए बोर्ड के समक्ष विस्तृत प्रस्ताव रखा जाएगा। चर्चा के बाद इस प्रस्ताव पर बोर्ड की सहमति प्राप्त कर शासन का भेजा जाएगा। यह बातें बुधवार को जीडीए वीसी अतुल वत्स ने कही। प्रोजेक्ट में इस नए शहर के लिए बेहतर कनेक्टिविटी का खास ध्यान जा रहा है, ताकि दिल्ली एनसीआर में कहीं भी काम करने वाले लोग कुछ ही मिनटों में अपने कार्यस्थल पर पहुंच सकें।
शासन से होगी टाउनशिप के लिए फंडिंग
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि गत वर्ष सूबे में मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के अंतर्गत शासन से फंडिंग की शुरूआत की गई थी। इस योजना में लैंड बैंक बनाने और नए शहर बसाने के लिए फंडिंग की व्यवस्था है। मुरादाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़ और गोरखपुर जैसे विकास प्राधिकरणों से शासन को प्रस्ताव भेजे गए थे। गोरखपुर और अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के लिए शासन ने फंडिंग भी की जा रही है। इसी योजना के अंतर्गत गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से भी बोर्ड की संस्तुति के साथ नई टाउनशिप के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। शासन से बजट स्वीकृत होने के साथ नया गाजियाबाद धरातल पर आकार लेने लगेगा।
500 हेक्टेयर में होगी नई टाउनशिप
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि नया गाजियाबाद नाम की यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस टाउनशिप पांच सौ हेक्टेयर में लाने की तैयारी है। टाउनशिप चार से पांच चरणों में विकसित की जाएगी। योजना में आवासीय के साथ- साथ व्यवसायिक और संस्थागत भूखंड पाने का भी सुनहरा अवसर जीडीए उपलब्ध कराएगा। उन्होंने बताया सपना के इस शहर में जीडीए ने एड्यू सिटी, स्पोर्ट्स सिटी और मेडिसिटी विकसित करने की परिकल्पना की है।
एक्सप्रेस-वे, आरआरटीएस और आर्बिटल रेल, सब पास
जीडीए वीसी ने कहा, आज की तारीख में कनेक्टिविटी सबसे बड़ा इश्यू है, नई टाउनशिप का प्रोजेक्ट तैयार करते समय इस बात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे, RRTS के दिल्ली – मेरठ कॉरिडोर और भविष्य की ट्रेन यानि दिल्ली के चारों ओर पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के साथ प्रस्तावित आर्बिटल ट्रेन टाउनशिप से मात्र 10 से 15 मिनट की दूरी पर होगी। इस टाउनशिप में रहने के इच्छुक लोगों को यह सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी कि दिल्ली एनसीआर में उनका कार्यस्थल कहां है। कार्यस्थल दिल्ली में हो या मेरठ में, सोनीपत में हो या फरीदाबाद में, सब जगह काम करने वाले यहां आराम से परिवार के साथ रह सकेंगे।
जीडीए आपसी सहमति से खरीदेगा भूमि
नई टाउनशिप के लिए जीडीए किसानों के साथ आपसी सहमति के आधार पर भूमि खरीदेगा। जीडीए वीसी ने बताया कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति वर्तमान बाजार भाव को देखते हुए भूमि जुटाने में जीडीए की मदद करेगी। किसानों का उनकी भूमि के बाजिव भाव दिलाने के प्रयास किए जाएंगे ताकि उनके Rehabilitation में कोई परेशानी न हो। भूमि के लिए गांवों के चिन्हांकन का काम भी पूरा कर लिया गया है। जीडीए बोर्ड से प्रस्ताव पास कराने के बाद जल्द ही शासन को भेजा जाएगा।