Tricity Today | जीनत मर्डर केस
Noida News : थाना सेक्टर-113 क्षेत्र के सेक्टर-116 में एक महीने पहले हुए 22 वर्षीय ईरानी युवती जीनत मर्डर केस में नया मोड़ आ गया है। जानकारी के मुताबिक, मृतका के पिता और उसके परिवार के अन्य लोग कुख्यात ईरानी गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। ये लोग फर्जी पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर विदेशी लोगों से लूटपाट करते हैं। इस गैंग के कई लोगों को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। इस गैग के लोग भूटान के सांसद को भी अपना शिकार बना चुके हैं। अब दिल्ली और नोएडा पुलिस इनकी तलाश में जुटी है। सभी आरोपी फरार हैं।
क्या है पूरा मामला
5 जनवरी-2024 को नोएडा के सेक्टर-116 स्थित एक मकान में रहने वाली ईरानी युवती जीनत पुत्री फिरोज की, उसके रिश्तेदार दाऊद, हुसैन ईरानी, वसीम, असलम, नासिर, मुर्तबा आदि ने धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी। इस मामले में मृतका के पिता फिरोज की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने फर्शीद, जरीन सहित चार महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना के बाद से ही दाउद, हुसैन ईरानी, वसीम और असलम आदि फरार हैं। बताया जाता है कि आरोपी नेपाल के रास्ते भारत आए थे।
बेटी की हत्या का सहारा लेकर फरार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक आरोपी नेपाल के रास्ते ईरान भाग गया है। जबकि कुछ आरोपी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अभी छुपे हुए हैं। इस हत्याकांड के बाद दिल्ली पुलिस सक्रिय हुई। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर पवन दहिया अपनी टीम के साथ थाना सेक्टर-113 पहुंचे। उन्होंने थाना सेक्टर-113 के पुलिस अधिकारियों से बातचीत की तथा मृतका जीनत के परिजनों के बारे में जानकारी हासिल की। जांच के दौरान पता चला की मृतका के पिता फिरोज, उसकी मां रानी, उसके रिश्तेदार हुसैन ईरानी और असलम आदि ईरानी गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। उनकी पूर्व में दिल्ली पुलिस उन्हें जेल भेज चुकी है। ये लूटपाट के मामले में वांछित हैं। सूत्र बताते हैं कि दिल्ली पुलिस के अधिकारी फिरोज को पकड़कर ले गए थे, लेकिन वहां के अधिकारियों ने कहा कि उसकी बेटी की हत्या हुई है। उसका शव दिल्ली के एम्स में रखा है। उसके शव को ईरान पहुंच जाने दीजिये, फिर इसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसी बीच फिरोज पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
नेपाल के रास्ते भाग हत्यारे, कश्मीरी नागरिक बनकर नोएडा में रहते थे
दिल्ली पुलिस के सूत्रों का दावा है कि फिरोज और इसके गैंग के अन्य लोग नेपाल के रास्ते भारत आए हैं। ये लोग यहां पर खुद को कश्मीरी नागरिक बताकर रह रहे हैं। ये मकान का किराया भी ज्यादा देते हैं। सूत्र बताते हैं कि इस गिरोह के लोग राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में विदेश से उपचार करने आए लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। इससे पहले नोएडा के सेक्टर-168 और कई अन्य जगह से ईरानी गैंग के लोगों की दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी की है। बताया जाता है कि ईरानी गैंग के लोग नोएडा में शरण लेकर आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, इस गैंग में मुस्तफा, नासिर शाह, समीर, इलियास, असीम जाफरी और हुसैन ईरानी भी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस का फर्जी आई कार्ड और गाड़ी
पुलिस के सूत्र बताते हैं कि ईरानी गैंग के लोगों की तलाश में जुटी दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने फिरोज के नौकर अरशद को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि ईरानी गैंग के लोगों के पास दो लग्जरी कारें थीं। ये लोग इन्हीं लग्जरी कारों में दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनकर और सीबीआई के अधिकारी बनकर जाते थे और लोगों को फर्जी आई कार्ड और पुलिस की वर्दी का रोब दिखाकर उनसे लूटपाट करते थे।
क्या बोली नोएडा पुलिस
नोएडा डीसीपी विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि सबसे पहले जीनत के हत्यारों को तलाशा जा रहा है। जांच में दिल्ली पुलिस का दावा है कि एक गैंग से तालुक रखते हैं। इस मामले में भी जांच की जा रही है।