फरसाबहार को नागलोक के रूप पहचान दिलाने में सांपों के साथ कोतेबिरा में स्थित शिवधाम की भूमिका भी है. किवदंती है कि कोतेबिरा में स्थित एक गुफा से नागलोक जाने का रास्ता है. बात करें इस क्षेत्र में, तो जहरीले सांपो मे करैत और कोबरा ज्यादा पाए जाते हैं.
फरसाबहार को नागलोक के रूप पहचान दिलाने में सांपों के साथ कोतेबिरा में स्थित शिवधाम की भूमिका भी है. किवदंती है कि कोतेबिरा में स्थित एक गुफा से नागलोक जाने का रास्ता है. बात करें इस क्षेत्र में, तो जहरीले सांपो मे करैत और कोबरा ज्यादा पाए जाते हैं.