चकोर पार्क उज्जैन
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नअब तक आप कई पार्क में गए होंगे जहां जाने के लिए आपका टिकट तो लगा होगा लेकिन पार्क में जाने के लिए कभी भी आधार कार्ड दिखाना या एंट्री करवाना नहीं पड़ा होगा। उज्जैन मे एक ऐसा पार्क है, जहां पर एंट्री करने के लिए अब आधार कार्ड दिखाना जरूरी हो गया है। हालांकि, इस संबंध में नगर निगम से जानकारी आने के दो दिन बाद ही नगर निगम आयुक्त ने कहा कि ऐसा कोई सरकारी आदेश जारी नहीं हुआ है। उद्यान प्रभारी भी परिषद में प्रस्ताव लाने की बात कह रहे हैं।
मक्सी रोड स्थित चकोर पार्क शहर का ऐसा पार्क है जहां एंट्री करने के लिए लोगों को आधार कार्ड दिखाना पड़ता है। अगर कोई व्यक्ति पार्क में घूमना चाहता है और उसके पास आधार कार्ड नहीं है तो फिर उसे रोक दिया जाता है। दो दिन पहले महापौर मुकेश टटवाल और उद्यान प्रभारी शिवेंद्र तिवारी के निरीक्षण के बाद चकोर पार्क में यह नियम लागू हुए हैं। अमर उजाला ने जब इन नए नियमों की पड़ताल की तो पता चला कि यह पार्क शहर के एकांत क्षेत्र में है। इस वजह से यह कपल्स की पसंदीदा जगह है। ज्यादातर कपल इस पार्क में टिकट कटवाकर काफी देर तक समय बिताते हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में विवाद भी सामने आए हैं जिन्हें देखते हुए आधार कार्ड देखकर ही पार्क में एंट्री दिए जाने के आदेश जारी किए गए है।
इसीलिए आधार कार्ड से एंट्री हुई शुरू
मंगलवार को विशेष समुदाय के दो किशोर अन्य समुदाय की छात्राओं के साथ पार्क गए थे। जब इस बात का पता हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को चला तो पार्क में दोनों लड़कों को पकड़ लिया। इसके बाद पार्क में जमकर हंगामा हुआ। पहले भी इसी कारण पार्क में मारपीट की घटना हुई थी। इसे देखते हुए नगर निगम ने प्रवेश शुल्क के साथ आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है।
उद्यान प्रभारी ने किया था दौरा
चकोर पार्क मे एमआईसी सदस्य व उद्यान प्रभारी शिवेंद्र तिवारी ने दौरा किया था। उद्यान की व्यवस्था में जुटे कर्मचारियों को कहा था कि जो भी यहां आए उनकी पहचान की जाए, तभी अंदर जाने दिया जाए। कई बार सामने आया कि यहां नाम छिपाकर युवक युवतियों के साथ अंदर चले जाते हैं और घंटों बैठे रहते हैं। हिंदू संगठनों ने भी ऐसी ही घटना पर विरोध जताया था।
आधार दिखाने के संबंध में कोई शासकीय आदेश नहीं
उज्जैन नगर निगम के आयुक्त आशीष पाठक ने बताया कि चकोर पार्क में आधार कार्ड से ही प्रवेश मिलेगा, ऐसा कोई आदेश शासकीय तौर पर नहीं हुआ है। साथ ही उद्यान के कर्मचारियों को भी अवगत करा दिया है। हालांकि, दो दिन पहले नगर निगम ने प्रेस नोट जारी कर इस बात की सूचना मीडिया को दी थी। जब इस समाचार को प्रकाशित किया गया तो निगम आयुक्त किसी प्रकार का आदेश जारी नहीं होने की बात कह रहे हैं। उद्यान प्रभारी शिवेंद्र तिवारी भी अब इस मामले में प्रस्ताव पारित करने की बात कर रहे हैं।