Tricity Today | Noida Expressway
Noida News : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर हाल ही में हुई एक दुर्घटना के बाद, जिसमें तीन छात्रों की मृत्यु हो गई थी, नोएडा प्राधिकरण द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस सर्वेक्षण में एक्सप्रेसवे पर मौजूद 73 ढांचों को खतरनाक बताया गया है, जिनमें वह यूनिपोल भी शामिल है। जिससे टकराकर छात्रों की कार दुर्घटनाग्रस्त हुई थी।
रिपोर्ट का इंतजार
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, नोएडा प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नोएडा एक्सप्रेसवे पर सर्वेक्षण किया गया है। लखनऊ की स्वतंत्र एजेंसी से नई गाइडलाइंस तैयार करवाई जाएंगी। ये गाइडलाइंस यह निर्धारित करेंगी कि एक्सप्रेसवे पर किस प्रकार के ढांचे रखे जा सकते हैं और किन्हें हटाया जाना चाहिए। स्वतंत्र एजेंसी की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं।
इस मुद्दे को आपके पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल ट्राइसिटी टुडे ने पहले ही नोएडा प्राधिकरण को चेताया था।
गमले भी जानलेवा
यह कदम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल की दुर्घटना में मृत युवकों में से दो, प्राधिकरण के एक संविदा पर तैनात जूनियर इंजीनियर के पुत्र थे। इस घटना ने सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, नोएडा एक्सप्रेसवे पर लगाए गए गमले, सजावटी के साथ जानलेवा भी है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि क्रैश बैरियर के भीतर इस तरह के ढांचे नहीं होने चाहिए। सड़क और क्रैश बैरियर के बीच कच्ची मिट्टी के सोल्डर पर किए गए निर्माण भी हटाने की बहुत जरूरत है। एक विशेषज्ञ ने बताया कि अगर कार केवल क्रैश बैरियर से टकराती, तो संभवत युवकों की जान बच सकती थी।