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Noida News : साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं के बीच महिला डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 59 लाख 54 हजार रुपये की ठगी की गई। इस ठगी की रकम दो बैंक खातों में ट्रांसफर की गई। जिनमें से एक खाता जयपुर का और दूसरा अहमदाबाद का है। पुलिस इस मामले में जालसाजों द्वारा अपनाए गए नए ठगी के तरीके से भी हैरान है।
साइबर पुलिस की कार्रवाई
साइबर क्राइम थाने की टीम ने बीते 14 जुलाई को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाले राजस्थान के सीकर गिरोह का पर्दाफाश किया था। इसके बाद इस प्रकार की घटनाओं में कमी आई थी। गिरोह के ठग पुलिस के रडार पर मध्य जून में ही आ गए थे। अब महिला डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर जो ठगी की गई, उसमें एक नया और अलग तरीका अपनाया गया।
पुलिस ने लिए नई चुनौती
साइबर क्राइम थाने के प्रभारी विजय कुमार गौतम का कहना है कि सीकर और अजमेर गिरोह के जालसाजों ने या तो ठगी का तरीका बदला है या फिर कोई नया गिरोह ठगी में शामिल हो गया है। पुराने गिरोह के बदमाश अपहरण करने या जिंदगी बर्बाद करने की धमकी नहीं देते थे, जबकि महिला चिकित्सक के साथ हुई वारदात में उनकी बेटी का अपहरण करने और जीवन बर्बाद करने की धमकी दी गई। यह घटना साइबर पुलिस के लिए नई चुनौती के रूप में सामने आई है।
ठगी का नया तरीका
डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के बदमाश आमतौर पर उन्हीं को निशाना बनाते हैं, जिनके खाते में भारी-भरकम रकम होती है। अकेले रहने वाले लोग भी उनके निशाने पर होते हैं। इसके पीछे कारण यह है कि जब इंसान अकेला होता है, तो वह डिजिटल अरेस्ट होने के दौरान किसी से संपर्क नहीं कर पाता। ऐसे में ठगी करना आसान हो जाता है। पुलिस इस समय अजमेर मॉडयूल पर काम कर रही है।
पुलिस की जांच जल्द होगी पूरी
साइबर पुलिस ने इस मामले में जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई, उनका पता लगा लिया है। पुलिस इसे लीड के रूप में देख रही है और जालसाजों का पता लगाने में जुटी हुई है। साइबर पुलिस को उम्मीद है कि इस लीड के जरिए वह जल्द ही जालसाजों तक पहुंच सकेगी और इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम लगाएगी।
सावधानी की अपील
साइबर क्राइम थाने के प्रभारी विजय कुमार गौतम ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल या मैसेज पर विश्वास न करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाओं से बचने के लिए सतर्क रहना और अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से साझा न करना बेहद जरूरी है। नोएडा में इस नई ठगी की घटना ने साइबर पुलिस को नई चुनौती दी है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही ठगों को पकड़ने की उम्मीद है। साइबर अपराधियों के नए तरीकों से निपटने के लिए पुलिस ने जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है।