Turturia Birthplace of Lavkush: मान्यताओं के अनुसार त्रेतायुग में महर्षि वाल्मीकि का आश्रम इसी स्थल पर स्थित था. जब श्रीराम ने माता सीता का परित्याग किया, तब लक्ष्मण उन्हें इसी आश्रम में छोड़कर आए थे. यहीं पर माता सीता ने लव और कुश को जन्म दिया था, जिससे यह स्थान और भी पवित्र माना जाता है.