Google Image | नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे
Noida News : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं। कई लोग इन हादसों में अपनी जान गवां जा चुके हैं। इन हादसों के कई कारण निकलकर सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि एक्सप्रेसवे पर प्रतिबंधित वाहन दौड़ते रहते हैं। रविवार को भी यहां प्रतिबंधित वाहन रोजाना की तरह दौड़ते नजर आए। पिछले कुछ समय में इन वाहनों की वजह से यहां कुछ हादसे भी हो चुके हैं। हादसे के बावजूद ट्रैफिक पुलिस नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर प्रतिबंधित वाहनों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है। इस वजह से इन वाहनों को लगातार दौड़ते देखा जा सकता है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर कार जैसे हल्के वाहनों की गति सीमा 100 किलोमीटर और ट्रक जैसे भारी वाहनों की गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटा है। कई बार लोग 125 से 150 की रफ्तार से कार चलाते देखे जा सकते हैं, जो नियमों के खिलाफ है। हालांकि, अब कोहरे को देखते हुए कार जैसे हल्के वाहनों की गति सीमा 75 और भारी वाहनों की गति सीमा 50 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित कर दी गई है। यह व्यवस्था अगले महीने तक जारी रहेगी। इसके बाद वाहन पुरानी गति सीमा पर ही चल सकेंगे।
प्रतिबंधित वाहन बन रहे हादसे का कारण
वहीं, इन सबके बीच एक्सप्रेसवे पर तीन सीटर ऑटो, जुगाड़ वाहन, ट्रैक्टर आदि भी दौड़ रहे हैं। इन वाहनों की गति सीमा काफी धीमी है। तीन सीटर ऑटो 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलते हैं। खास बात यह है कि इस एक्सप्रेसवे पर वाहन 100 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ रहे हैं। ट्रैक्टर भी तेज रफ्तार से नहीं चलते। ज्यादातर ट्रैक्टरों की गति सीमा भी औसतन 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा है। ऐसे में एक्सप्रेसवे पर प्रतिबंधित वाहन कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं।
बेलगाम दौड़ रहे ऑटो
गौरतलब है कि पिछले साल जब ट्रैफिक पुलिस ने एक्सप्रेसवे पर ऑटो रोकने के लिए कार्रवाई की थी, तो चालकों ने सेक्टर-14 स्थित ट्रैफिक पुलिस कार्यालय पर हंगामा किया था। पुलिस ने साफ कह दिया था कि महामाया फ्लाईओवर के नीचे से परी चौक तक के रूट पर ऑटो नहीं चलने दिए जाएंगे। इसके बाद ये फिर से दौड़ने लगेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऑटो चालक अचानक वाहन मोड़ देते हैं, जिससे गति को अचानक 100 से 40-50 पर लाना संभव नहीं हो पाता। ऐसे वाहनों को चलते पाए जाने पर सीज किया जाना चाहिए।
जुगाड़ वाहन खूब दौड़ रहे
जुगाड़ वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। जुगाड़ वाहनों की गति भी 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा है। खास बात यह है कि एक्सप्रेस-वे तो दूर, किसी भी सड़क पर जुगाड़ वाहनों के चलने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसके बावजूद हर सड़क पर इन्हें बड़ी संख्या में चलते देखा जा सकता है।एक्सप्रेस-वे पर चलते समय कई बार अचानक सामने से ऑटो-जुगाड़ वाहन आने पर अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है। इससे पीछे चल रहे वाहनों से टक्कर हो सकती है। इन पर रोक लगाई जानी चाहिए।