जांजगीर चांपा:- जांजगीर चांपा जिले से अलग हुए नवीन जिले सक्ती के जैजैपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत अकलसरा में दो डोलोमाइट खदान संचालित हो रही है, जहां से डोलोमाइट खनन के लिए खदान संचालक अरविंद सोनी द्वारा शासन द्वारा तय मानक से अत्यधिक मात्रा में बारूद का उपयोग कर ब्लास्ट किया जाता है. ब्लास्ट का कंपन इतना अधिक होता है कि ग्रामीण दहशत में रहते हैं. इसके साथ ही डोलोमाइंस से मात्र 500 मीटर के दूरी पर ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है, जहां के छात्र-छात्राएं भी दहशत में पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि भवन से ब्लास्ट के समय स्कूल में भूकंप के जैसे कंपन होता है. इतना ही नहीं, ब्लास्टिंग के बाद पत्थर के छोटे-छोटे कण स्कूल के बाहर खेल रहे बच्चों को भी लगते हैं, जिसके चलते कई बार स्कूली छात्र-छात्राएं चोटिल भी हो गए हैं.
ब्लास्टिंग के दौरान हिलती है पूरी जमीन
वहीं इस संबंध में कक्षा 12वीं में पढ़ने वाली स्कूली छात्रा लवली और नितिन कुमारी केवट ने लोकल 18 को बताया कि स्कूल में पढ़ाई के दौरान ब्लास्टिंग जब होती है, तो पूरा जमीन हिलता है और कंपन होता है. इसके साथ ही बहुत तेज बदबू आती है, जिसके कारण स्कूली छात्रों को परेशानी होती है. पढ़ाई के समय ब्लास्टिंग होती है, तो पत्थर के कण स्कूल में आते हैं और बहुत तेज आवाज आती है, जिसके कारण बहुत डर लगता है.
कई घरों में पड़ गया है दरार
साथ ही ग्रामीणों ने Local 18 को बताया कि खदान में ब्लास्ट के कारण स्कूल भवन के साथ-साथ यहां रहने वाले लोगों के घरों में कई जगह दरार हो गया है. इस पूरे ब्लास्टिंग और उससे होने वाले नुकसान के बारे में स्कूल के प्राचार्य और गांव के सभी लोगों ने कई बार शिकायत किया, लेकिन शिकायत के बाद भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने के चलते स्कूली छात्र-छात्राएं डर के साए में पढ़ने को मजबूर हैं.
वहीं ग्रामीण भी अपने बच्चों की पढ़ाई के खातिर मजबूर हैं, क्योंकि गांव के आसपास और कोई दूसरा स्कूल नहीं है. वही इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी के. के. बंजारे ने बताया कि अकलसरा गांव में दो खदान संचालित है. दोनों वर्तमान में चल रहे हैं और ब्लास्टिंग की शिकायत मिली है. इसकी जांच की जाएगी और अगर नियम से अधिक मानक में ब्लास्टिंग होती होगी, तो कार्रवाई की जाएगी.
Tags: Chhattisgarh news, Coal mines, Local18
FIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 15:54 IST