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Noida News : भारत में धार्मिक स्थलों का महत्व न केवल आध्यात्मिक रूप से, बल्कि रियल एस्टेट बाजार में भी बढ़ता जा रहा है। मैजिकब्रिक्स की रिपोर्ट “How India Searched for Homes” 2024 में यह देखा गया कि भारत के कई प्रमुख धार्मिक स्थलों पर रियल एस्टेट निवेश और डिमांड में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। विशेष रूप से, अयोध्या, पुरी और शिरडी जैसे धार्मिक स्थलों में रियल एस्टेट की मांग में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
अयोध्या, पुरी और शिरडी में रियल एस्टेट डिमांड में वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या में रियल एस्टेट की डिमांड 52 प्रतिशत, पुरी में 52 प्रतिशत और शिरडी में 67 प्रतिशत तक बढ़ी है। इन स्थानों में धार्मिक पर्यटन और आस्था के कारण रियल एस्टेट निवेश में वृद्धि हो रही है। विशेष रूप से इन शहरों में आवासीय और होटल प्रॉपर्टी की डिमांड ने इन क्षेत्रों को एक प्रमुख रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बना दिया है।
धार्मिक-पर्यटन संबंधित निवेश की रुचि
इन शहरों में रियल एस्टेट का नया रुझान धार्मिक और पर्यटन स्थल से जुड़ा हुआ है। अयोध्या, पुरी और शिरडी जैसे स्थलों को लेकर निवेशकों और घर खरीदारों की रुचि अब केवल धार्मिक यात्रा तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह क्षेत्र अब रिटायरमेंट होम्स और सुसज्जित आवासीय परियोजनाओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं।
धार्मिक स्थलों के पास टियर-2 और मिनी-मेट्रो शहरों में बढ़ी मांग
इसके अलावा, टियर-2 शहरों में भी धार्मिक स्थलों के आसपास रियल एस्टेट विकास की गति तेज हो रही है। देहरादून, शिमला और ऋषिकेश जैसे स्थानों पर आवासीय प्रॉपर्टी की डिमांड में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इन शहरों में न केवल धार्मिक पर्यटन बढ़ा है, बल्कि वहां रहने और निवेश करने की प्रवृत्ति भी बढ़ी है। इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि धार्मिक स्थल अब रियल एस्टेट निवेश का एक प्रमुख केंद्र बन गए हैं, और यह ट्रेंड आने वाले वर्षों में और मजबूत हो सकता है।