कोरबा. ‘3 इडियट्स’ फिल्म के आखिरी सीन में बिजली नहीं रहने पर गाड़ी की बैटरी से लाइट जलाकर बच्चे की डिलीवरी की जाती है. अगर आपको कोई कह दे कि यह एक हकीकत है तो चौंकिएगा मत, जी हां, दरअसल छत्तीसगढ़ के एक अस्पताल के बाहर मानवता को शर्मसार करने वाली ऐसी ही घटना घटी. कोरबा जिले से यह हैरान करने वाली घटना सामने आई है, यहां एक सरकारी अस्पताल में बिजली न होने के कारण एक गर्भवती महिला का प्रसव बाइक की बैटरी की रोशनी में कराना पड़ा.
गांव में अबतक नहीं पहुंची है बिजली
आजादी के 77 साल बाद भी कोरबा विकास खंड अंतर्गत जिला मुख्यालय से करीब 60 किमी दूर वनांचल के नकिया गांव में अब तक बिजली नहीं पहुंच सकी है. इसके कारण यहां स्थित उप-स्वास्थ्य केंद्र में रात होते ही अंधेरा छाया रहता है. ग्रामीणों को इससे भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. इस विकट समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन की तरफ से कोइ पहल नहीं किया जा रहा है. लोग अंधेरे में अपनी सुविधा के हिसाब से जीवन बिताने को मजबूर हैं.
बाइक की रोशनी में कराया प्रसव
नकिया गांव से 6 किमी दूर पहाड़ी कोरवा बसाहट खमहून है. यहां रहने वाली शनियारी बाई पति नवल साय गर्भवती थी. शनियारी बाई को प्रसव पीड़ा उठने लगी तो परिजन उसे लेकर उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां अंधेरा पसरा था. गर्भवती की पीड़ा अधिक होने से प्रसव के समय को देखते हुए वहां की स्वास्थ्य कर्मी ने हायर सेंटर भेजने की बजाए अपने दोपहिया वाहन की बैटरी से तार जोड़कर बल्ब जलाकर रोशनी की व्यवस्था की और वहीं सुरक्षित प्रसव कराया.
कलेक्टर ने सोलर लाइट लगाने के दिए निर्देश
सीएमएचओ डॉक्टर एस एन केसरी ने इस विषय पर बताया कि नकिया गांव में अब तक बिजली नहीं पहुंची है इसलिए उप स्वास्थ्य केंद्र में भी इसकी व्यवस्था नहीं हो पाई है. कलेक्टर द्वारा सभी ग्रामीण क्षेत्र के उप स्वास्थ्य केंद्र में जल्द ही सोलर लाइट लगाने के निर्देश दिए गए हैं. जिसके तहत नकिया गांव में भी इसकी जल्द ही व्यवस्था कर ली जाएगी.
Tags: Electricity Department, Electricity problem, Government Hospital, Korba news, Local18
FIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 11:29 IST